- शुभमन गिल ने मैनचेस्टर टेस्ट के आखिरी दिन कप्तानी में चौथा शतक बनाकर इतिहास रचा है
- गिल ने पहली कप्तानी सीरीज में सबसे ज्यादा शतक बनाकर सर डॉन ब्रेडमैन को पीछे छोड़ दिया है
- पिछले 148 वर्षों में किसी कप्तान ने अपनी पहली सीरीज में चार शतक नहीं बनाए थे, गिल पहले हैं
Shubman Gill creates History: टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल (Shubman Gill) की कप्तानी को लेकर पंडित चाहे कुछ भी कह रहे हों, लेकिन उनका इस पर रत्ती पर भी असर नहीं है. और यह उन्होंने मैनचेस्टर टेस्ट (Manchester Test) के आखिरी दिन बखूबी साबित किया. रविवार को गिल ने सीरीज का चौथा शतक जड़ा, तो एक से बढ़कर एक कारनामे उनकी रिकॉर्डबुक में जमा हो गए. लेकिन सबसे खास बात यह रही कि उन्होंने बतौर कप्तान अपनी पहली ही सीरीज में सबसे ज्यादा शतक बनाने के मामले में सर डॉन ब्रेडमैन (Sir Don Bradman) को भी पीछे छोड़ दिया. ऐसे में मैनचेस्टर में 103 रन की यह पारी गिल के लिए वेरी-वेरी स्पेशल बन गई. और इसके अलावा एक और वजह है, जिसने इस शतकीय पारी के महत्व को और ज्यादा बढ़ा दिया.
गिल 148 साल में पहले बल्लेबाज बने
यूं तो बतौर कप्तान किसी एक सीरीज में कई दिग्गजों ने शतक जड़े हैं, लेकिन बतौर कप्तान करियर की पहली ही सीरीज में कभी किसी कप्तान ने चार शतक पिछले 148 साल के इतिहास में नहीं ही जड़े थे. और गिल यह उपलब्थि हासिल करने वाले पहले कप्तान-बल्लेबाज बन बए.
गिल से पहले ये 5 दिग्गज थे, लेकिन...
गिल से पहले पहले इतिहास में बतौर कप्तान पहली ही सीरीज में तीन शतक जड़ने वाले पांच खिलाड़ी हैं. ये क्रिकेटर वारविक आर्मस्ट्रॉंग, ब्रेडमैन, ग्रेग चैपल, विराट कोहली और स्टीवन स्मिथ हैं, लेकिन इन सभी ने बतौर कप्तान पहली ही टेस्ट सीरीज में तीन-तीन शतक जड़े. चार बार करने वाले गिल इकलौते हैं और इसमें अभी और सुधार हो सकता है क्योंकि ओवल में आखिरी टेस्ट खेला जाना बाकी है.
करीब 34 साल बाद किसी भारतीय का शतक
जब बात मैनचेस्टर मैदान पर शतक जड़ने की आती है, तो गिल से पहले यह कारनामा सचिन तेंदुलकर ने साल 1991 में किया था. और अब करीब 34 बाद गिल के बल्ले से निकला है. ऐसे में आप समझ सकते हैं कि इस पहलू यह सेंचुरी कितनी अहम हो जाती है. गिल ने 238 गेंदों पर 12 चौकों से 103 शतक बनाए.