राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे के जन्मदिन पर 13 सालों बाद मातोश्री जाकर बधाई दी, जिसे लेकर अटकलें लग रही हैं. दोनों नेता अलग-अलग पार्टियों के प्रमुख हैं और बीते लगभग दो दशकों से एक-दूसरे के राजनीतिक प्रतिद्वंदी रहे हैं. बीएमसी चुनाव से पहले यदि दोनों के बीच गठजोड़ होता है तो यह चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकता है.