Zaheer Abbas big statment on Babar Azam: पिछले कुछ महीने से पाकिस्तान के पूर्व कप्तान बाबर आजम (Babar Azam) लगातार चर्चा में हैं. किसी न किसी वजह से वह चर्चा में रहते ही हैं. हालांकि, चर्चा की मूल वजह उनकी खराब फॉर्म और रन न बनाना रहा है. अब पूर्व दिग्गज जहीर अब्बास ने कहा है वरिष्ठ खिलाड़ियों से सलाह लेने या विचार-विमर्श करने के मामले में या तो बाबर आजम बहुत शर्मीले हैं या वह बहुत ही अहंकारी हैं. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सौ शतक बनाने वाले जहीर अब्बास ने बाबर की बल्लेबाजी में तकनीकी खामी को दूर करने के लिए सीनियर खिलाड़ियों के साथ बातचीत की अहमियत पर जोर दिया.
VIDEO: पहले '0' अब '1', बाबर आजम को किसकी लग गई नजर? आउट होने का तरीका देख आप भी पीट लेंगे माथा
जहीर ने कहा, 'मुझे लगता है कि अपने खराब हालात से बाहर निकलने के लिए सीनियर खिलाड़ियों से सलाह लेने में या तो बाबर के साथ ईगो का मुद्दा है या फिर वह बहुत ही ज्यादा शर्मीले हैं.' पूर्व दिग्गज ने इस बाबत पूर्व कप्तान यूनिस खान का उदाहरण दिया, जब उन्होंने साल 2016 में मोहम्मद अजहरुद्दीन से सलाह ली. साथ ही एक प्रसिद्ध उदाहरण खुद अजहर का साल 1989-90 के दौरे का है, जब अजहर ने जहीर अब्बास से अपनी बैटिंग के बारे में सलाह लेकर खामी को दूर किया था.
...जब यूनिस ने अजहर की सलाह से किया कमाल
जहीर बोले,'साल 2016 में यूनिस खान ने भारत के पूर्व कप्तान अजहरुद्दीन के साथ बैटिंग को लेकर विचार-विमर्श किया. उन्होंने नेट पर अजहर के साथ डिटेल से चर्चा की. नतीजा यह रहा कि यूनिस ने इंग्लैंड में दोहरा शतक जड़ा.' पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने कहा, 'मुझे एक और घटना याद है, जब भारत के साल 1989-90 के पाकिस्तान दौरे में अजहर ने मुझसे सलाह मांगी. तब वह रन बनाने के लिए जूझ रहे थे. इस पर मैंने उन्हें अपनी ग्रिप में बदलाव करने को क हाँ. वहीं, सईद अनवर ने गावस्कर से सलाह मांगी.
जहीर और इंजमाम की बाबर को सलाह
जहीर ने कहा कि बाबर को अपने स्टांस में कुछ बदलाव की जरूरत है. उनका स्टांस थोड़ा बंद हुआ सा लगता है. इस वजह से उन्हें टाइमिंग हासिल करने में समस्या आ रही है और वह जल्द ही आउट हो रहे हैं. वहीं, एक और पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक ने बाबर को सही समय पर सही गेंदबाज को टारगेट बनाने की सलाह दी. इंजी बोले, 'बाबर आपके पास पहले ही सारे स्ट्रोक हैं. लेकिन ज्यादा मैच जीतने के लिए आपको सही गेंदबाज और सही समय का इंतजार करना है. हर गेंद पर स्ट्रोक लगाने की कोशिश न करें. धैर्यवान बनें और समझदारी से खेलें'