हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने शुक्रवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों को अलविदा कह दिया लेकिन उनका इंटरनेशनल करियर कई शानदार और यादगार उपलब्धियों से भरा है. उन्होंने 103 टेस्ट में 417 विकेट लिये है और इस प्रारूप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों की वैश्विक सूची में 14वें स्थान पर है. वह भारत के चौथे सफल टेस्ट गेंदबाज है. उनसे ज्यादा विकेट अनिल कुंबले (619), कपिल देव (434) और रविचंद्रन अश्विन (427) के नाम है. भज्जी के संन्यास के बाद बीसीसीआई ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयरकिया है जिसमें विराट कोहली और कोच राहुल द्रविड़ भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह को उनके शानदार करियर के लिए बधाई दे रहे हैं.
द्रविड़ ने भज्जी को बेहतरीन क्रिकेटर बताया और साथ ही महान प्रतिस्पर्धा वाला खिलाड़ी भी बताया है. बीसीसीआई (BCCI) द्वारा शेयर किए गए वीडियो में कोच द्रविड़ (Rahul Dravid) ने हरभजन सिंह के लिए कहा, 'हरभजन के करियर में कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन वह इससे लड़कर आगे निकले हैं. महान प्रतियोगी और एक महान टीम मैन, कोई ऐसा व्यक्ति जिसके साथ आप मैदान पर जाना चाहते थे. जाहिर है, भारत के लिए उन महान खिलाड़ियों में से एक हैं.'
द्रविड़ ने हरभजन सिंह के करियर को लेकर बात की और कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2001 सीरीज में उन्होंने 32 विकेट लिए थे, वह उनके करियर का सबसे महानतम परफॉर्मेंस था. अनिल कुंबले साथ मिलकर भज्जी ने करिश्मा किया. अनिल कुंबले के साथ एक बेहतरीन पार्टनर बनना, उस दौर में हमारी कई बड़ी जीत का हिस्सा, उनके साथ खेलना खुशी और सौभाग्य की बात है. भज्जी के करियर का मुख्य आकर्षण 32 विकेट था और टीम से बाहर होने के बाद जिस तरह से उन्होंने वापसी की, वह शानदार था, जिस तरह से उन्होंने अनिल कुंबले की अनुपस्थिति में भारतीय स्पिन डिपार्टमेंट की बागडोर संभाली वो कमाल का था. वह अभूतपूर्व था.'
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बीसीसीआई द्वारा शेयर किए गए वीडियो में भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने भी अपनी भावनाएं भज्जी के लिए व्यक्त की, भारतीय कप्तान विराट ने हरभजन की उल्लेखनीय परफॉर्मेंस पर जो दिया, जो उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट में अनिल कुंबले के बाद भारत का दूसरा सबसे अधिक विकेट लेने वाला गेंदबाज बनाता है. कोहली ने कहा, "711 इंटरनेशनल विकेट कोई मामूली उपलब्धि नहीं है और आपको अपनी उपलब्धि पर गर्व हो सकता है. देश के लिए खेलना सौभाग्य की बात है लेकिन इतने लंबे समय तक खेलना अलग बात है." "मैं आपके साथ उन सभी पलों को संजोता हूं और जब मैं भारतीय टीम में आया तो आपने मुझे पूरी तरह से समर्थन दिया, मैदान के बाहर हमारी अच्छी दोस्ती है." (इनपुट भाषा के साथ)
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