अगले कुछ दिनों के भीतर चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत की "अस्थायी टीम" का ऐलान हो जाएगा. इस घोषित होने वाली टीम में भी किसी भी देश के सेलेक्टर्स 13 फरवरी तक बदलाव कर सकते हैं. लेकिन टीम के ऐलान से पहले ही कई बातों को लेकर तमाम पक्ष खुलकर चर्चा करने लगे हैं. जसप्रीत बमराह (Jasprit Bumrah) की ताजा खबरों ने फैंस को चिंतित कर दिया है, तो डिबेट अभी से शुरू हो गए हैं कि किसे टीम में जगह मिलेगी, किसका पत्ता कटेगा. जिस एक खिलाड़ी की सबसे ज्यादा चर्चा है, वह ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (Ravidnra Jadeja's place in danger). जड्डू की जगह ही नहीं, बल्कि उनकी करियर को लेकर बातें हो रही हैं कि अब इस ऑलराउंडर की "कहानी" लगभग खत्म हो चुकी है. और बस आधिकारिक घोषणा का ऐलान होना बाकी है
1. पहली वजह: अक्षर की पदोन्नति
दरअसल हाल ही में BCCI ने टी20 में जडेजा के प्रतिद्वंद्वी अक्षर पटेल को उप-कप्तान बनाकर भविष्य की ओर बड़ा इशारा कर दिया है. अक्षर का डिप्टी बनना कह रहा है कि हेड कोच सहित टीम प्रबंधन अब जडेजा से आगे की ओर देख रहा है. और अक्षर उनकी दीर्घकालिक प्लानिंग में शामिल हैं. ऐसे में संकेत साफ हैं कि अगर जडेजा वनडे टीम से ड्रॉप हो जाते हैं, तो हैरानी की बात नहीं होगी.
2. दूसरी बड़ी वजह: हालिया प्रदर्शन में जोरदार गिरावट
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हालिया सीरीज ने जडेजा की दावेदारी पर जोरदार प्रहार किया है. इस सीरीज में जडेजा दो टेस्ट मैचों से बाहर बैठे रहे, तो खेले 3 मैचों की 5 पारियों में वह 27.00 के औसत से 135 रन का ही योगदान दे सके, तो गेंदबाजी में हाल और ज्यादा बुरा रहा. बॉलिंग में जडेजा 3 टेस्ट में चार ही विकेट ले सके
3. तीसरी वजह: पिछले साल का प्रदर्शन
साल 2024 में भी जडेजा का प्रदर्शन बहुत ही निराशाजनक रहा. जडेजा ने 13 टेस्ट मैचों में 24.54 के औसत से 566 रन बनाए. यह सही है कि गेंदबाजी में वह जरूर 48 विकेट चटकाने में सफल रहे. यानी हर पारी में करीब दो विकेट, लेकिन इस प्रदर्शन पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हालिया सीरीज ने चोट पहुंचाने का बहुत ही ज्यादा काम किया. पिछले साल जडेजा ने कोई वनडे मैच नहीं खेला, तो टी20 से वह संन्यास ले ही चुके हैं.
4. चौथी वजह: बढ़ती उम्र, ऑलराउंडरों की बढ़ती तादाद
ऑस्ट्रेलिया सीरीज से टीम इंडिया को नितीश रेड्डी के रूप में एक उभरता खिलाड़ी मिला, तो वॉशिंगटन सुंदर गौतम गंभीर के तीनों फॉर्मेटों की पसंद बन गए. वहीं, एक और उभरते हर्षित राणा ने जगह दी, तो अक्षर पटेल को मिली उप-कप्तानी ने मिलाकर जडेजा को चारों तरफ से घेर लिया. मानो जडेजा ऑलराउंडरों के चक्रव्यू में फंस गए. ऊपर से बात यह है कि वह 36 साल के हो चले हैं. यह पहलू भी यही कह रहा कि जडेजा की कहानी खत्म हो चुकी है.
5. पांचवी वजह: इस पोस्ट के मायने समझिए आप!
जडेजा ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर टेस्ट जर्सी (8 नंबर) को पोस्ट किया, तो फैंस ने इसके मायने तलाशना शुरू कर दिया. सोशल मीडिया पर जडेजा के गूढ़ मैसज पर कमेंटों की बाढ़ सी आ गई. फैंस इस मैसेज को समझ रहे हैं और इसका मतलब यही निकल रहा है कि जड्डू ने 8 नंबर की जर्सी को टांगने का मन बना लिया है. ऐसा लगता है कि उन्होंने सबकुछ तय कर लिया है. बस आधिकारिक घोषणा भर होना बाकी है. कब होगी, यह देखने की बात होगी, लेकिन तमाम बातें तो इसी ओर इशारा कर रही हैं कि जडेजा की "कहानी" अब खत्म हो चुकी है?