Ranji Trophy: जब टीम इंडिया से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है, तो किसी को यह पसंद आता है, तो किसी को नहीं. श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट टीम चयन से पहले अजिंक्य रहाणे ने शतक जड़कर सेलेक्टरों को मैसेज भेजा था, लेकिन चयनकर्ताओं ने इनकी अनदेखी की, तो वहीं चेतेश्वर पुजारा को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया. टीम इंडिया से बाहर होने के बाद ये दोनों पहली बार रणजी ट्रॉफी सेशन के दूसरे राउंड का मैच खेलने उतरे, लेकिन पहले ही दिन इनका बुरा हाल हुआ.
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अहमदाबाद में उड़ीसा के खिलाफ शुरू हुए मैच में दिग्गज चेतेश्वर पुजारा पहली पारी में सिर्फ छह ही गेंद खेल सके और उन्होंने आठ ही रन बनाए. ये आठ रन दो चौकों से आए. पुजारा के चाहने वाले उम्मीद कर रहे थे कि पहले नीलामी में फ्रेंचाइजियों और फिर सेलेक्टरों की अनदेखी का पुजारा करारा जवाब देंगे, लेकिन पुजारा ने सेशन की शुरुआत से ही निराश किया है.
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वहीं, ऐसा लगता है कि टेस्ट टीम में चयन न होने से सबसे ज्यादा आहत पूर्व उपकप्तान अजिंक्य रहाणे हुए हैं. गोवा के खिलाफ शुरू हुए मैच के पहले दिन रहाणे सिर्फ तीन ही गेंद खेल सके और एलबीडब्ल्यू आउट होकर वापस लौट गए. निश्चित ही, अगर इन दोनों को फिर से भारत के लिए खेलने के अपने आसारों को बढ़ाना है, तो अपने प्रदर्शन का स्तर ऊंचा करते हुए न केवल बड़ी पारियां खेलनी होंगी, बल्कि प्रदर्शन में नियमितता भी लानी होगी.
पिछले मैच में कुछ ऐसा था दोनों का प्रदर्शन
भारत के लिए 82 टेस्ट खेलने वाले रहाणे ने शुरू हुए सीजन के पहले और पिछले मुकाबले में सेलेक्टरों को 129 रन की पारी खेलकर फॉर्म का सबूत दिया था, लेकिन पिछली नाकामियां इस पारी पर इतनी ज्यादा भारी हैं कि चयनकर्ताओं को दिल नहीं पसीजा. वहीं, दूसरे मैच की पहली पारी में 8 रन बनाने वाले पुजारा ने पिछले मैच में 0 और 91 की पारी खेली थी.
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