कोरोना वायरस (COVID-19) के कारण आईपीएल (IPL) को टाल दिया गया है. बायो बबल में कोविड-19 (COVID-19) के कई मामले पाये जाने के कारण पिछले लगभग एक महीने से सुचारू रूप से चल रहे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को आखिरकार अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दिया गया है. आईपीएल की ओर से बयान में कहा गया है, ‘‘इंडियन प्रीमियर लीग संचालन परिषद (आईपीएल जीसी) और भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने एक आपात बैठक में आईपीएल 2021 को तुरंत प्रभाव से अनिश्चितकाल के लिये स्थगित करने का सर्वसम्मत फैसला किया. इसमें कहा गया है, ‘‘बीसीसीआई खिलाड़ियों, सहयोगी स्टाफ और आईपीएल के आयोजन में शामिल अन्य भागीदारों की सुरक्षा से समझौता नहीं करना चाहता। यह फैसला सभी हितधारकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर किया गया.''
कोरोना वायरस के चलते IPL 2021 को टाला गया, कार्ति चिदंबरम बोले- 'दुर्भाग्यपूर्ण'
आईपीएल ने इसके साथ ही कहा कि बीसीसीआई खिलाड़ियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिये अपनी तरफ से हर तरह के प्रयास करेगा.आईपीएल में इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड सहित कई अन्य देशों के खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं.
आईपीएल ने कहा, ‘‘यह मुश्किल समय है विशेषकर भारत में और हमने कुछ सकारात्मकता और खुशी लाने की कोशिश की लेकिन अब जरूरी है कि टूर्नामेंट निलंबित किया जाए और हर कोई इस मुश्किल दौर में वापस अपने परिवार और प्रियजनों के पास चला जाए. उसने कहा, ‘बीसीसीआई आईपीएल 2021 में भाग ले रहे भागीदारों की सुरक्षित वापसी के लिये अपनी तरफ से हर संभव प्रयास करेगा. ''
कोरोना संकट के बीच IPL को टाला गया, उमर अब्दुल्ला बोले- इसे पहले ही किया जाना चाहिए था.."
टूर्नामेंट नौ अप्रैल को शुरू हुआ था तथा केकेआर में मामले पाये जाने तक यह सहजता से आगे बढ़ रहा था. साथ ही दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान के कुछ मैदानकर्मी पॉजिटिव पाए गए हैं. दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष रोहन जेटली ने हालांकि कहा कि इनमें कोई भी मैदानकर्मी वह नहीं है जिसे मैदान पर जिम्मेदारी सौंपी गई थी, इससे कुछ दिन पहले आस्ट्रेलिया के तीन खिलाड़ी कोविड-19 की चिंताओं के कारण लीग से हट गये थे.
कोविड-19 के कारण 2020 में आईपीएल का आयोजन यूएई में जैव सुरक्षित वातावरण में किया गया था। तब केवल टूर्नामेंट से पहले संक्रमण के कुछ मामले सामने आये थे. भारत में अभी प्रतिदिन तीन लाख से अधिक माामले सामने आ रहे हैं जबकि हर दिन 3000 से अधिक लोगों की मौत हो रही है.