BCCI Will review U19 Indian Team performance: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अंडर-19 एशिया कप के फाइनल में टीम इंडिया को मिली 191 रनों की हार के बाद भारतीय टीम के प्रदर्शन का रिव्यू करने का फैसला लिया है. यह फैसला 22 दिसंबर को एपेक्स काउंसिल की एक ऑनलाइन बैठक में लिया गया है. जहां सभी सदस्यों ने टूर्नामेंट में टीम के समग्र प्रदर्शन पर चर्चा की और महसूस किया कि टीम प्रबंधन से कई जवाब मांगने की आवश्यकता है.
किसी भी टूर्नामेंट के बाद टीम मैनेजर को बीसीसीआई को प्रदर्शन की रिपोर्ट सौंपनी होती है. यह एक अभ्यास है. हालांकि, इस बार कप्तान आयुष म्हात्रे से भी बोर्ड चर्चा कर सकता है. क्रिकबज की मानें तो, बीसीसीआई मुख्य कोच हृषिकेश कानितकर और कप्तान आयुष म्हात्रे के साथ भी चर्चा करने के लिए तैयार है. यह एक ऐसा कदम है जो सामान्य समीक्षा प्रक्रिया से परे है. पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल के दौरान खिलाड़ियों के आचरण से संबंधित रिपोर्टें भी आई हैं. हालांकि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि यह पहलू समीक्षा का हिस्सा बनेगा या नहीं.
अगले साल जनवरी-फरवीर में अंडर1-9 वर्ल्ड कप का आयोजन होना है. ऐसे में बीसीसीआई का प्रदर्शन का रिव्यू करना दिखाता है कि बोर्ड किसी भी मुद्दों को जल्द से जल्द सुलझाना चाहता है. ताकि मेगा टूर्नामेंट के दौरान ऐसी स्थिति ना आए.
अंडर-19 एशिया कप के फाइनल तक भारत अजेय रहा था. हालांकि, फाइनल में टीम को पाकिस्तान के खिलाफ 191 रनों की बड़ी हार का सामना करना पड़ा. सवाल टॉस से ही उठने लगे थे. कप्तान आयुष म्हात्रे ने टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी चुनने का फैसला लिया था. पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज समीर मिन्हास ने परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाते हुए सिर्फ 113 गेंदों पर 172 रन बनाए. उनकी पारी में 17 चौके और नौ छक्के शामिल थे.
यह यूथ वनडे फाइनल में किसी भी बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर था. मिन्हास को अहमद हुसैन का साथ मिला, जिन्होंने 72 गेंदों पर 56 रन बनाए. इस जोड़ी ने तीसरे विकेट के लिए 137 रन जोड़े, जिससे पाकिस्तान ने 50 ओवरों में 8 विकेट पर 347 रन बनाए.
इसके जवाब में, भारत की ओर से वैभव सूर्यवंशी ने तेज शुरुआत की. सूर्यवंशी ने सिर्फ 10 गेंदों पर 26 रन बनाए. हालांकि, एक बार जब वह अली रज़ा का शिकार बने तो इसके बाद भारतीय बल्लेबाजी लड़खड़ा गई. पावरप्ले के अंत तक भारत के पांच विकेट गिर चुके थे. पाकिस्तान के अली रज़ा ने आक्रमण का नेतृत्व किया और 42 रन देकर 4 विकेट लिए. भारत अंततः केवल 26.2 ओवर में 156 रन पर आउट हो गया. दीपेश देवेन्द्रन ने 16 गेंदों में 36 रन बनाकर टीम को सबसे बड़ी हार से बचाया.
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