BCCI may Increase Test match fees: भारतीय खिलाड़ियों द्वारा घरेलू रेड बॉल क्रिकेट को इग्नोर करने और आईपीएल को तरजीह देने के बढ़ते चलन को रोकने के लिए बीसीसीआई एक बड़ा कदम उठाने पर विचार कर रही है. बीसीसीआई ने कुछ दिनों पहले ही सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट खिलाड़ियों के घरेलू रेड-बॉल टूर्नामेंट में खेलने का नियम बनाया था, लेकिन इसके बाद भी श्रेयस अय्यर और ईशान किशन जैसे खिलाड़ियों ने घरेलू सर्किट से दूरी बनाए रखी और आईपीएल के लिए तैयारी करते रहे. बीसीसीआई ने इसको ध्यान में रखते हुए अब टेस्ट के लिए मैच फीस बढ़ाने का फैसला लिया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, खिलाड़ियों द्वारा रेड-बॉल क्रिकेट को नजरअंदाज करके आईपीएल में खेलने की खिलाड़ियों की प्रवृत्ति को देखते हुए बोर्ड मैच फीस में बढ़ोतरी पर विचार कर रहा है. इस प्रकार बोर्ड क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप को अहम बनाने का प्लान कर रहा है.
ईशान किशन ने दक्षिण अफ्रीकी दौरे के बीच से मानसिक थकान के चलते ब्रेक लिया था. लेकिन इसके बाद से वो मैदान से दूर है. इस दौरान राहुल द्रविड़ ने साफ कहा था कि अगर ईशान को टीम इंडिया में वापसी करनी है तो उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना होगा और बताना होगा कि वो उपलब्ध हैं. हालांकि, ईशान किशन ने घरेलू सर्किट से दूरी बनाए रखी. इसके बाद बीसीसीआई सचिव जय शाह ने साफ शब्दों में कहा कि सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट खिलाड़ी अगर टीम इंडिया का हिस्सा नहीं है तो उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना होगा. हालांकि, जय शाह की चेतावनी के बाद भी ईशान किशन ने घरेलू क्रिकेट नहीं खेला. इसके साथ ही श्रेयस अय्यर जो कथित तौर पर चोटिल होने के चलते टीम इंडिया से ड्रॉप हुए, उन्होंने भी घरेलू सर्किट से दूरी बना रखी है.
रिपोर्ट की मानें तो बोर्ड ने विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन द्वारा घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए टीम प्रबंधन द्वारा कहने के बाद भी, इसे नजरअंदाज करने और इसके बजाय अगले महीने से शुरू होने वाले आईपीएल की तैयारी करने का विकल्प चुनने के चलते वेतन संरचना को फिर से तैयार करने का फैसला किया.
रिपोर्ट के अनुसार, नए मॉडल के बारे में बताते हुए, बोर्ड के एक सूत्र ने कहा,"उदाहरण के लिए, यदि कोई एक कैलेंडर ईयर में सभी टेस्ट सीरीज खेलता है, तो उसे सालाना कॉन्ट्रेक्ट अनुबंध के अलावा, अतिरिक्त पुरस्कार दिया जाना चाहिए. यह सुनिश्चित करने के लिए है कि खिलाड़ी अधिक लाल गेंद वाले क्रिकेट के लिए आएं. यह टेस्ट क्रिकेट खेलने का अतिरिक्त लाभ होगा."
अगर नए फीस मॉडल को मंजूरी मिल जाती है, तो इसे इस आईपीएल सीज़न के बाद लागू किया जाएगा. बीसीसीआई उस अतिरिक्त बोनस पर काम कर रहा है जो एक खिलाड़ी को एक सीज़न में सभी टेस्ट सीरीज़ खेलने पर मिलेगा. वर्तमान में, बीसीसीआई प्रति टेस्ट मैच फीस के रूप में 15 लाख रुपये, प्रति वनडे 6 लाख रुपये और टी20 अंतरराष्ट्रीय के लिए 3 लाख रुपये का भुगतान करता है.
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