मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन में शनिवार को शुरू हुए तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन करीब-करीब पूरे दिन का खेल बारिश से धुल गया. बारिश के कारण पहले दिन सिर्फ 13.2 ही ओवर फेंके जा सके. और इस दौरान ऑस्ट्रेलिया ने बिना किसी नुकसान के 28 रन बनाए. बहरहाल, कमेंटेटरों और पूर्व क्रिकेटरों के बीच चर्चा का विषय़ टीम इंडिया की इलेवन और कप्तान रोहित शर्मा का पहले गेंदबाजी करने का फैसला रहा. भारत ने इस टेस्ट के लिए रविचंद्रन अश्विन की जगह रवींद्र जडेजा और हर्षित राणा की जगह युवा पेसर आकाश दीप को इलेवन में जगह दी. बहरहाल, पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा ने रोहित के पहले बॉलिंग के फैसले पर कहा कि वह तीसरे टेस्ट में इस फैसले के लिए रोहित और प्रबंधन की आलोचना नहीं करेंगे. और पिच और मौसमी हालात को देखते हुए रोहित के लिए यहां फैसला लेना खासा मुश्किल था.
अपने यू-ट्यूब चैनल पर वीडियो पोस्ट करते हुए चोपड़ा ने कहा, "यह एक मुश्किल फैसला था. ऐसे हालात में कई बार आप पहले बल्लेबाजी करने के साहसिक फैसले के बारे में विचार करते हैं क्योंकि आपके भीतर की आवाज इसका समर्थन करती है. लेकिन जब आप पिच पर खास देखते हैं. और घटादार मौसम के साथ ही बारिश के आसार भी देखते हैं, तो हर बात एक ही तरफ इशारा करती है कि आपको टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी करनी चाहिए."
चोपड़ा ने कहा, " हालांकि, इस तरह के हालात में ठीक पर्थ की तरह जब आप पहले कभी-कभी बल्लेबाजी का फैसला लेते हैं, तो यह काम भी करता है. दूसरी बार भी आपने पहले बैटिंग का फैसला किया, लेकिन यह कारगर साबित नहीं हुआ. पिंक बॉल टेस्ट सभी ने यह देखा. ऐसे में ब्रिसबेन में पहले गेंदबाजी करने के फैसले के लिए मैं रोहित और प्रबंधन को दोष नहीं दूंगा"
पूर्व ओपनर ने यह भी कहा, "मैच आगे बढ़ने के साथ ही यहां हालात बल्लेबाजी के अनुकूल होने की उम्मीद है.कई बार जब आप पिच देखते हैं, तो आप महसूस करते हैं कि आपको बॉलिंग करनी चाहिए. आप सोचते हैं कि आप विरोधी टीम को जल्द आउट कर देंगे क्योंकि पिछले मैच में हमारे साथ भी ऐसा ही हुआ. हमारा स्कोर कम रह गया. हमारी बैटिंग नहीं चली." चोपड़ा ने कहा " हालात अपनी भूमिका निभाते हैं. यहां पहले दिन पिच में काफी मदद है, लेकिन इसके बाद हालात बैटिंग के अनुकूल होने की उम्मीद है."