- एशिया कप 2025 के लिए टीम इंडिया में यशस्वी जायसवाल को शामिल न करना कई विरोधाभासों का विषय बना हुआ है
- जायसवाल पिछले टी20 विश्व कप जीतने वाली टीम के सदस्य थे लेकिन बाद में द्विपक्षीय सीरीज में नहीं चुने गए
- टीम चयन के बाद खिलाड़ियों के चयन पर बहस बंद कर पूरी टीम का समर्थन करना आवश्यक माना गया है
Gavaskar on Yashasvi Jaiswal: मंगलवार को एशिया कप (Asia Cup 2025) के लिए घोषित टीम इंडिया में कई विरोधाभास हैं. जैसे एक तरफ जायसवाल के लिए बॉलिंग न करने की बात कहना है, तो रियान पराग और वॉशिंगटन सुंदर पर रिंकू सिंह (Rinku Singh) को तरजीह देना. वैसे जायसवाल पिछले साल टी20 विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे, लेकिन उसके बाद से यह लेफ्टी बल्लेबाज किसी भी द्विपक्षीय सीरीज के लिए टीम इंडिया का सदस्य नहीं रहा है. हालांकि, टॉप ऑर्डर में सैमसन और अभिषेक शर्मा ने बहुत ही उम्दा प्रदर्शन किया है, लेकिन जायसवाल और उनके चाहने वालों को भरोसा था कि यशस्वी का चयन जरूर होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
गावस्कर ने कहा, 'मैच में आप केवल 11 खिलाड़ी चुन सकते हो और यही बात 15 सदस्यीय टीम पर भी लागू होती है. किसी न किसी को तो निराश होना पड़ेगा. और वह इससे गुजरने वाले कई भारतीय क्रिकेटरों में से एक है.' पूर्व ओपनर ने कहा, 'इस बात का कोई मतलब नहीं है कि X, Y या किसी Z खिलाड़ी को टीम में होना चाहिए था. अब यह हमारी टीम है. टीम चयन होने से पहले हम सभी अपनी सलाह दे सकते हैं. लेकिन जब एक बार टीम चुन ली जाती है, तो इसका पूर्ण रूप से समर्थन किया जाना चाहिए. सेलेक्शन के बाद यह नहीं कहना चाहिए कि x को नहीं होना चाहिए था, y को होना चाहिए था.'
वहीं, पिछले साल जिंबाब्वे के खिलाफ टी20 टीम का हिस्सा नहीं रहे शुभमन गिल की बतौर उप-कप्तान वापसी पर सनी बोले, 'इसमें बिल्कुल भी हैरानी की बात नहीं है. कुछ ही हफ्ते पहले गिल ने 750 से भी ज्यादा रन बनाए हैं. इस तरह की फॉर्म वाले खिलाड़ी को आप बाहर नहीं रख सकते. साथ ही, उसने आईपीएल में भी बहुत ही अच्छा प्रदर्शन किया, जो इंग्लैंड दौरे से कुछ ही दिन पहले खत्म हुई थी. वहीं, गिल को उप-कप्तानी देने का मतलब यह भी है कि भविष्य में उन्हें कप्तान भी बनाया जा सकता है. मुझे लगता है कि यह बहुत और बहुत ही बढ़िया फैसला है.'