Ashwin record: इंग्लैंड के खिलाफ अश्विन (Ashwini vs Anil Kumble) ने इतिहास रच दिया है. इंग्लैंड की दूसरी पारी में अश्विन ने जैसे ही दो गेंद पर बेन डकेट और ओली पोप को आउट किया, वैसे ही उन्होंने भारत में टेस्ट खेलते हुए 350 विकेट पूरे कर लिए हैं. अश्विन के भारत में अब कुल 351 विकेट हो गए हैं. ऐसा कर अश्विन ने कुंबले के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. कुंबले ने अपने टेस्ट करियर में भारत में खेलते हुए कुल 350 विकेट चटकाए थे. बता दें कि कुंबले ने भारत में 115 टेस्ट खेलकर कुल 350 विकेट लिए थे. वहीं, हऱभजन सिंह ने भारत में 265 विकेट अपने करियर में लेने में सफलता हालिल की थी. इसके अलावा कपिल देव ने भारत में टेस्ट खेलते हुए अपने नाम कुल 219 विकेट लेने में सफलता हासिल की थी. (Ashwin highest Test wicket-taker in India)
बता दें कि पहली पारी में अश्विन ने एक ही विकेट लिए थे लेकिन इंग्लैंड की दूसरी पारी में अश्विन ने लगातार दो गेंद पर 2 विकेट लेकर भारत में कुल 351 विकेट चटकाने का कमाल कर दिया. अब अश्विन टेस्ट में भारत में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं.
वैसे, अपने देश में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड मुरलीधरन के नाम है. श्रीलंका के मुरलीधरन ने अपने देश में यानी श्रीलंका में टेस्ट खेलते हुए कुल 493 विकेट लिए थे.
अपने देश में सर्वाधिक टेस्ट विकेट (Most Test Wickets in a each Country)
493 - मुरलीधरन . श्रीलंका में
434 - जेम्स एंडरसन इंग्लैंड में
351 - अश्विन भारत में
319 - शेन वार्न ऑस्ट्रेलिया में
261 - स्टेन इन साउथ अफ्रीका में
229 - कर्टनी वॉल्श, वेस्टइंडीज
224 - टिम साउदी, न्यूजीलैंड
168 - अब्दुल कादिर पाकिस्तान
एशिया में 400 विकेट पूरे अश्विन के
इसके साथ-साथ अश्विन एशिया में 400 विकेट लेने वाले भारत के दूसरे गेंदबाज हैं. उनसे पहले ऐसा कमाल कुंबले ने किया था. एशिया में कुंबले ने कुल 419 विकेट चटकाए हैं. वहीं, मुरलीधरन एशिया में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. मुरलीधरन ने 619 विकेट एशिया में लेने में सफल रहे हैं.
भारत की पारी 307 रनों पर सिमटी
भारत की टीम पहली पारी में 307 रन पर आउट हो गई. इंग्लैंड ने भारत पर 46 रन की बढ़त बनाई है. भारत की ओर से पहली पारी में ध्रुव जुरेल ने शानदार 90 रन की पारी खेली तो वहीं यशस्वी जायसवाल ने 73 रन बनाए, इसके अलावा इंग्लैंड के शोएब बशीर ने 5 विकेट लेकर भारतीय पारी को 307 रन पर रोकने में अहम भूमिका निभाई.