हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और पीसीबी के चेयरमैन रमीज राजा (Ramiz Raza) ने कहा है कि वह अपनी पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) को नए मॉडल पर लाना चाहते हैं. बता दें कि अभी तक पीएसल का मॉडल ड्रॉफ्टिंग है, लेकिन राजा चाहते हैं कि अब यह भारत की तरह ऑक्शन मॉडल हो, जिसमें खिलाड़ियों की खरीद-फरोख्त हो. राजा अगले साल से इस मॉडल को लागू करना चाहते हैं. राजा ने कहा था कि वह न केवल अपनी लीग को आईपीएल के स्तर के बराब लाना चाहते हैं, बल्कि इससे भी बेहतर बनाना चाहते हैं. बहरहाल, अब पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा ने राजा को जवाब देते हुए कहा है क्यों भारतीय लीग दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टी20 लीग बनी रहेगी.
चोपड़ा ने अपनी यू-ट्यूब चैनल पर कहा कि कभी भी कोई यह नहीं देखेगा कि पीएएल में कोई खिलाड़ी 16 करोड़ की रकम पाएगा क्योंकि बाजार इस बात की इजाजत नहीं देगा. उन्होंने कहा कि क्या आपकी पीएसएल का आईपीएल से प्रतिस्पर्धा करना संभव भी है? अगर आप ड्रॉफ्ट की जगह ऑक्शन मोड पर आते भी हो, तो कभी भी आप ऐसा नहीं देख पाओगे कि कोई 16 करोड़ का खिलाड़ी पीएसएल में खेलता दिखायी पड़े. यह बिल्कुल भी नहीं हो सकता क्योंकि बाजार इसकी इजाजत नहीं देगा. आपकी इकॉनमी में इतना पैसा ही नहीं है. और यह बहुत ही साधारण सी बात है.
चोपड़ा ने आगे क्रिस मौरिस का उदाहरण दिया, जो साल 2021 के संस्करण के सबसे महंगे खिलाड़ी थे और यह बताता है कि कैसे उनकी एक गेंद की कीमत कितनी ज्यादा थी. पूर्व ओपनर ने कहा कि ईमानदारी से कहूं, तो जब क्रिस मौरिस खेले, तो उनकी एक गेंद की कीमत बाकी लीगो में खेल रहे कई खिलाड़ियों के वेतन से ज्यादा थी. चोपड़ा ने हैरानी जताते हुएकहा कि क्या पीएसएल की तुलना आईपीएल से करना संभव भी है. सच यह है कि यह चाहे पीएसएल हो या बीबीएल या द हंड्रेड या फिर सीपीएल. ये तमाम लगी आईपीएल के आगे कहीं नहीं ठहरतीं.
अब कमेंट्री में पहचान बना चुके आकाश बोले कि कीमत इस आधार पर तय की जाती है कि आपको अधिकारों से कितना पैसा मिलता है. किस कीमत पर टीमें बेची जाती हैं और फिर इसके बाद कुल टीमों का पर्स आता है जिसके साथ आप खेलते हो. इन पहलुओं का एक-दूसरे से जुड़ाव है और ये बिल्कुल भी अलग नहीं हैं. अगर कोई अन्हें अलग करके देखता है, तो उसे कोई सफलता नहीं मिलने जा रही.