एक समय विराट से होती थी बाबर की तुलना, आज आजम सालाना कमाई में स्मृति मंधाना से भी मीलों पीछे, जानें दोनों के बीच का अंतर

स्मृति मंधाना का सालना कमाई में बाबर से बहुत ज्यादा आगे रहना बताने और समझाने के लिए काफी है कि भारतीय क्रिकेट कहां और कितनी आगे खड़ी है

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Babar Azam V/S Smriti Mandhana: खेल के दुनिया कितनी विचित्र है. थोड़ा सा समय अंतराल ही धुरंधरों को आसमां से जमीं पर ला देता है. अब आप पाकिस्तान के पूर्व कप्तान बाबर आजम (Babar Azam) को ही देख लीजिए. करीब डेढ़ साल पहले पाकिस्तानी फैंस और पूर्व क्रिकेटर उनकी तुलना विराट कोहली (Virat kohli vs Babar Azam) से किया करते थे, लेकिन आज हाल ऐसे हैं कि पिछले दिनों पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने उन्हें सालना अनुबंध की 'ए' कैटेगिरी से 'बी' में भेज दिया. हाल यह है कि भारतीय पुरुष तो छोड़िए, सालाना कमाई के मामले में हाल ही में  विश्व चैंपिन बनीं भारतीय उप-कप्तान स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) भी बाबर को पानी पिला रही हैं. ऐसे में आप समझ सकते हैं कि बाकी पाकिस्तानी खिलाड़ियों का क्या हाल होगा. चलिए अलग-अलग स्रोतों और प्राप्त जानकारी के अनुसार आप जानिए कि इन दोनों की फिलहाल सालाना आमदनी कितनी है और दोनों के बीच कितना अंतर है. 

दोनों के बीच बोर्ड के सालाना अनुबंध का अंतर

नई कैटेगिरी के तहत बाबर आजम को पीसीबी हर महीने पाकिस्तानी रुपये में तीस लाख रुपये देता है.  उन्हें सालाना अनुबंध से 3.60 करोड़ रुपये मिलते हैं, जो भारतीय मुद्रा में करीब 1 करोड़ 13 लाख रुपये, तो वहीं उन्हें बीसीसीआई से सालना ए कैटेगिरी के तहत 50 लाख रुपये मिलते हैं. लेकिन मैच फीस वह बात है, जिसमें मंधाना बाबर को पछाड़ देती हैं. 

बाबर से तीन गुना मैच फीस

बाबर को पीसबी प्रति टेस्ट खेलने के लिए भारतीय रकम में 3 लाख, 94 हजार रुपये का भुगतान करता है, तो मंधाना को पुरुष टीम के बराबर एक टेस्ट के लिए 15 लाख रुपये मिलते हैं. बाबर को प्रति वनडे और टी20 खेलने के लिए क्रमश: 2 लाख और 1 लाख, 32 हजार रुपये मिलते हैं, तो मंधाना को पुरुषों के बराबर ही प्रति वनडे 6 लाख और टी20 के लिए 3 लाख रुपये फीस मिलती है. और साल में मैच की संख्या देखते हुए मंधाना को मैच फीस से मिलने  वाली रकम करीब 1 करोड़ रुपये के आस-पास हो जाती है. 

प्रीमियर लीग की कमाई में मंधाना हैं बाबर पर भारी

बाबर को PSL में खेलने के लिए हर साल अपने देश की रकम में करीब 1.80 करोड़ रुपये मिलते हैं, जो भारतीय रकम में करीब 60 लाख रुपये बैठते हैं. इसमें अगर बिग बैश से मिलने वाली 3.15 करोड़ रुपये जोड़ लिए जाएं, तो यह रकम 3.75 करोड़ रुपये हो जाती है. वहीं स्मृति मंधाना को आरसीबी साल में  3.60 करोड़ रुपये फीस देती है, वह करीब एक करोड़ रुपये इंग्लैंड की 'द हंड्रेड' और बिग बैश से कमाती हैं. लीग से मंधाना की सालाना कमाई करीब 4.60 करोड़ रुपये है.

विज्ञापन में दोनों के बीच कोई मुकाबला ही नहीं

बाबर के पास बल्ले बनाने वाली कंपनी CA के करीब सालाना करीब 2.20 करोड़ रुपये सहित बाकी विज्ञापनों से मिलाकर कुल 3.15 करोड़ रुपये की कमाई होती है.  वहीं, मंधाना के पास विज्ञापनों की भरमार है.मंधाना विश्व कप फाइनल से पहले तक करीब 16 बड़ी कंपनियों की ब्रांड एंबैडस्डर हैं. इनमें नाइक, हुंडई, रेड बुल, एसबीआई, गल्फ ऑयल इंडिया, रेक्सोना जैसे बड़े-बड़े नाम है. और वह प्रति विज्ञापन अभी तक 75 लाख रुपये सालाना वसूल रही थीं. और वह भारतीय मुद्रा में करीब साल के 12 करोड़ रुपये सिर्फ और सिर्फ विज्ञापन से ही कमाती हैं. 

सालाना कमाई में बहुत पीछे छूट गए बाबर

इस तरह पाकिस्तानी पूर्व कप्तान जहां एक साल में भारतीय मुद्रा में साल में करीब 8 करोड़ रुपये की कमाई कर रहे हैं, तो वहीं स्मृति मंधाना खत्म हुए विश्व कप से पहले तक करीब  16 से 18 करोड़ रुपये सालाना की कमाई कर रही हैं. और यह रकम बाबर से दो गुने से भी ज्यादा है . लेकिन टोटल नेटवर्थ =(कुल संपत्ति-कुल देनदारी) के मामले में बाबर जरूर मंधाा से आगे हैं और यह समझा भी जा सकता है क्योंकि वह पिछले कई सालों से पुरुष क्रिकेट खेल रहे हैं. 

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