दिल्ली के द्वारका में सोमवार को सेंट थॉमस स्कूल द्वारा गैरकानूनी फ़ीस के विरोध में शांति पूर्वक धरने पर बैठे अभिभावकों के साथ स्कूल प्रशासन, टीचर्स और उनके द्वारा बुलाए गए बाउंसर्स ने हाथापाई की. इससे कई अभिभावकों को चोटें आईं. अभिभावक सुबह 11 बजे एकत्रित हुए और दो बजे तक अपनी मांगों को लेकर बार-बार स्कूल प्रशासन से मिलने की गुहार लगाते रहे. तीन घंटे गुजरने के बावजूद स्कूल प्रशासन की ओर से कोई सुनवाई नहीं हुई.पिछले कई सालों से इस स्कूल में कोई प्रिंसिपल नहीं है.
स्कूल की तरफ से एक मैडम आईं जिनका कहना था कि 2-4 पेरेंट्स केवल अंदर आकर अपना लेटर दे दीजिए. वहीं पेरेंट्स की मांग थी कि स्कूल साइड वाला छोटा गेट खोल दे,और सभी पेरेंट्स की गुहार सुनने के लिए एक हॉल खोल दिया जाए. चूंकि स्कूल की छुट्टी होने वाली है इसलिए पेरेंट्स को अंदर बुलाकर सुनवाई हो.
परंतु स्कूल द्वारा अनुरोध पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, बल्कि स्कूल गेट के अंदर टीचर्स, स्टाफ़ और बाउंसर्स की पूरी टीम बुला ली गई. वे गेट खुलते ही पेरेंट्स पर हावी हो गए और धक्का मुक्की करने लगे. 15-20 लोगों की टीम तो डीपीए (Delhi Parents Association) के अध्यक्ष पर टूट पड़ी और उनको घेरकर गिरा दिया. इसके अतिरिक्त कई पेरेंट्स के साथ हाथापाई की गई, जिसके चलते पेरेंट्स को चोटें भी आईं. दिल्ली पुलिस केवल मूकदर्शक बनकर देखती रही.
अभिभावकों की मांग है ये गुंडा माफ़िया स्कूलों को तुरंत सरकार द्वारा टेकओवर किया जाना चाहिए.