अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे छत्तीसगढ़ के 3000 जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर, सरकार से की ये मांग

छत्तीसगढ़ के तीन हजार जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल के दूसरे दिन पूरे छत्तीसगढ़ में अपने-अपने शासकीय मेडिकल कॉलेज में कैंडल मार्च किया.

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प्रतिकात्मक फोटो
रायपुर:

छत्तीसगढ़ में लगभग तीन हजार जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. हड़ताल के दूसरे दिन डॉक्टरों ने शुक्रवार को अपनी मांगों को लेकर नुक्कड़ नाटक किया और कैंडल मार्च निकाला. जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर प्रेम चौधरी ने बताया कि हम अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. उनकी मांगों में इंटर्नशिप और स्नातकोत्तर स्टाइपेंड में बढ़ोतरी, और एमबीबीएस के बाद और स्नातकोत्तर के बाद बांड वेतन में बढ़ोतरी शामिल है.

चौधरी ने बताया कि छत्तीसगढ़ के तीन हजार जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल के दूसरे दिन पूरे छत्तीसगढ़ में अपने-अपने शासकीय मेडिकल कॉलेज में कैंडल मार्च किया और पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के लगभग 650 डॉक्टरों ने नुक्कड़ नाटक कर यह बताने का प्रयास किया कि डॉक्टर भी एक इंसान ही हैं, उसको इतना ज्यादा काम करने के बाद भी इतना कम स्टाइपेंड दिया जाता है.

उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों में जूनियर डॉक्टर्स को सम्मानजनक वजीफा दिया जाता है, लेकिन छत्तीसगढ़ ही एक मात्र राज्य है जहां वजीफा कम दिया जाता है.

चौधरी ने कहा कि पिछले कई सालों से राज्य सरकार के समक्ष मांगें रखी जा रही हैं, लेकिन इसका समाधान नहीं हुआ है. आज जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन ने नो तंबाकू मुहिम चलाई और संदेश देने का प्रयास किया कि जनता को धूम्रपान करने से नुकसान होता है और वह धूम्रपान से दूर रहें.

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