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This Article is From Nov 15, 2018

आज ही के दिन महात्‍मा गांधी के हत्‍यारे को मिली थी फांसी, जानिए नाथूराम गोडसे के बारे में 10 बातें

महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की हत्या के जुर्म में नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) को 15 नवंबर, 1949 को फांसी दी गई थी.

आज ही के दिन महात्‍मा गांधी के हत्‍यारे को मिली थी फांसी, जानिए नाथूराम गोडसे के बारे में 10 बातें
Nathuram Godse: नाथूराम गोडसे का जन्म 19 मई 1910 को महाराष्ट्र के पुणे के पास बारामती में हुआ था.
नई दिल्ली:

नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) ने 30 जनवरी, 1948 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की छाती पर तीन गोलियां मार उनकी हत्या की थी. महात्मा गांधी की हत्या के जुर्म में नाथूराम गोडस को 15 नवंबर, 1949 को फांसी दी गई थी. महात्मा गांधी के बारें में तो पूरा विश्व जानता है, लेकिन नाथूराम के बारें में बहुत कम ही लोग जानते हैं. गोडसे कट्टर हिन्दू राष्ट्रवादी समर्थक था. गोडसे का जन्म 19 मई 1910 को महाराष्ट्र के पुणे के पास बारामती में हुआ था. ब्राह्मण परिवार में जन्में नाथूराम गोडसे ने हाई स्कूल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी. नाथूराम गोडसे ने कई बार महात्मा गांधी की हत्या का प्रयास किया था. गोडसे ने बापू की हत्या दिल्ली स्थित बिड़ला भवन में की थी. बिड़ला भवन में बापू रोज प्रार्थना किया करते थे. 30 जनवरी 1948 की शाम नाथूराम गोडसे बापू के पैर छूने बहाने झुका और फिर बैरेटा पिस्तौल से तीन गोलियां दाग कर उनकी हत्या कर दी.


नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) से जुड़ी 10 बातें


1. नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) का जन्म 19 मई 1910 को महाराष्ट्र के पुणे के पास बारामती में हुआ था. नाथूराम ब्राहमण परिवार से आता था. नाथूराम ने हाईस्कूल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ ही थी.

2. नाथूराम गोडसे को पैदा होने के बाद नथ पहनाई गई थी, बाद में ये नथ निकाल दी गई थी. नथ पहनने के चलते उसका नाम नाथूराम पड़ा था.

3. गोडसे (Godse) ने अपना खुद का समाचार पत्र निकाला था, जिसका नाम  'हिंदू राष्ट्र' था.

4. नाथूराम गोडसे को बकौल, डोमिनिक लॉपियर और लैरी कॉलिन्स, पेरी मेसन की जासूसी कथाएं पढ़ने और बहादुरी के कारनामों पर आधारित फिल्में देखने का शौक था.

5. महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) नाथूराम गोडसे के पहले आदर्श थे. नाथूराम गोडसे को पहली बार महात्मा गांधी के सत्याग्रह आंदोलन के सिलसिले में जेल जाना पड़ा था.

6. देश के बंटवारे के बाद नाथूराम गोडसे के मन में गांधी के प्रति कटुता बढ़ती चली गई और फिर वह 1937 में वीर सावरकर से जुड़ा और उन्हें अपना गुरु मान लिया.
7. जब देश में बंटवारे की तैयारी शुरू हुई तो गोडसे और उसके साथी इसके विरोध में उतर आए. 3 जुलाई 1947 को गोडसे, उसके साथियों और तमाम हिंदूवादी नेताओं ने शोक दिवस मनाया.

8. नाथूराम गोडसे का मानना था कि भारत के विभाजन और उस समय हुई साम्प्रदायिक हिंसा में लाखों हिन्‍दुओं की हत्या के लिए महात्मा गांधी जिम्मेदार थे.

9. गोडसे ने दिल्ली स्थित बिड़ला भवन में बापू की हत्या की थी. 30 जनवरी 1948 की शाम नाथूराम गोडसे बापू के पैर छूने बहाने झुका और फिर बैरेटा पिस्तौल से तीन गोलियां दाग कर उनकी हत्या कर दी थी.
10. महात्मा गांधी की हत्या के जुर्म में गोडसे को गिरफ्तार कर मुकदमा चलाया गया. जिसके बाद गोडसे को 15 नवंबर, 1949 को फांसी दी गई थी.

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