IIT Delhi 51st Convocation: IIT दिल्ली आज अपने 51वें वार्षिक दीक्षांत समारोह (51st Annual Convocation Ceremony) को आयोजित कर रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए छात्रों को संबोधित कर रहे हैं. आज संस्थान Ph.D, M.Tech, मास्टर ऑफ डिजाइन, MBA और B.Tech छात्रों सहित 1500 से अधिक ग्रेजुएशन छात्रों को डिग्री प्रदान करेगा.
My address at the Annual Convocation of @iitdelhi. https://t.co/t6RlqjVvEv
— Narendra Modi (@narendramodi) November 7, 2020
इस दीक्षांत भाषण के माध्यम से पीएम मोदी ने छात्रों को आत्मनिर्भर भारत और नवीनीकरण पर बल देने का संदेश दिया. पीएम मोदी का संबोधन पूरी तरह कोरोना महामारी और इससे उत्पन्न हुए वैश्विक संकट सुबह पर आधारित था. दीक्षांत समारोह में पीएम के साथ ही शिक्षा मंत्री (Education Minister) रमेश पोखरियाल निशंक और शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे भी मौजूद रहे.
आज देश में आपकी जरूरतों को, भविष्य की आवश्यकताओं को समझते हुए एक के बाद एक निर्णय लिये जा रहे हैं, पुराने नियम बदले जा रहे हैं। मेरी ये सोच है कि पिछली शताब्दी के नियम-कानूनों से अगली शताब्दी का भविष्य तय नहीं हो सकता है: IIT दिल्ली के 51वें दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री pic.twitter.com/EaQ4i7BIrY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 7, 2020
नरेंद्र मोदी ने कहा, दुनिया ने कहा, कोविड-19 ने दुनिया को एक बात और सीखा दी है कि वैश्वीकरण महत्वपूर्ण है लेकिन इसके साथ-साथ आत्मनिर्भरता भी उतनी ही जरूरी है. कोरोना का ये संकटकाल दुनिया में बहुत बड़े बदलाव लेकर आया है, पोस्ट कोविड दुनिया बहुत अलग होने जा रही है और इसमें सबसे बड़ी भूमिका तकनीक की ही होगी.
उन्होंने आगे कहा, आज देश में आपकी जरूरतों को, भविष्य की आवश्यकताओं को समझते हुए एक के बाद एक निर्णय लिये जा रहे हैं, पुराने नियम बदले जा रहे हैं. मेरी ये सोच है कि पिछली शताब्दी के नियम-कानूनों से अगली शताब्दी का भविष्य तय नहीं हो सकता है.
पीएम मोदी ने छात्रों से कहा, आप सभी ने JEE जैसी सबसे मुश्किल परीक्षा पास की है. जिसके बाद आईआईटी में प्रवेश लिया है. आप सभी छात्रों के भीतर काफी क्षमता है, लेकिन दो चीजें हैं जो आपकी क्षमता को बढ़ाएगी. पहली फ्लेक्सिबिलिटी (Flexibility) और दूसरी ह्यूमिलिटि (Humility).
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आज, देश हर क्षेत्र की अधिकतम क्षमता प्राप्त करने के लिए नए तरीकों से काम कर रहा है. जब आप यहां से निकलेंगे, तो एक नई जगह पर काम करेंगे, आपको एक नए मंत्र पर भी काम करना होगा.
ये है मंत्र
गुणवत्ता पर ध्यान दें; कभी समझौता नहीं.
स्केलेबिलिटी (scalability) सुनिश्चित करें; अपने नवाचारों को बड़े पैमाने पर काम करें.
विश्वसनीयता सुनिश्चित करें; बाजार में दीर्घकालिक विश्वास का निर्माण.
अनुकूलनशीलता में लाओ; जीवन के रूप में अनिश्चितता को बदलने और उम्मीद करने के लिए खुला रहें.
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