CBSE exams 2021: पोमोडोरो टेक्निक की मदद से हासिल सकते हैं 100% मार्क्स, जानें- क्या है ये प्रक्रिया

किसी भी विषय को पढ़ने के लिए एक टेक्निक को तैयार करें. जो आपको बेहतर और तेज़ी से याद रखने में मदद करेंगी. उनमें से एक ‘pomodoro’ के रूप में जाना जाता है. आइए जानते हैं क्या है ‘pomodoro’ प्रक्रिया.

CBSE exams 2021: पोमोडोरो टेक्निक की मदद से  हासिल सकते हैं 100% मार्क्स, जानें- क्या है ये प्रक्रिया

नई दिल्ली:

CBSE exams 2021: इस साल, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) 4 मई से 10 जून के बीच कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा आयोजित करेगा. परिणाम 15 जुलाई तक घोषित किए जाएंगे.

COVID-19 महामारी की बदौलत शैक्षणिक वर्ष की देरी से शुरुआत हो रही है. वहीं देर से परीक्षा होने के कारण छात्रों को तैयारी के लिए काफी समय मिल रहा है.ऐसा पहली बार हो रहा है जब बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन मई में किया जा रहा है. आमतौर पर ये परीक्षा फरवरी और मार्च में आयोजित की जाती है. अब जब परीक्षा मई में आयोजित हो रही है, छात्रों को दो महीने का एक्स्ट्रा समय मिल रहा है. आइए जानते हैं छात्र कैसे एक्स्ट्रा समय का फायदा उठा सकते हैं और सही टाइम मैनेजमेंट के साथ परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं.

सही टाइम मैनेजमेंट किसी भी परीक्षा की तैयारी की नींव है. तीन घंटे की परीक्षा में अगर आप हर एक प्रश्न पर अपना एक तय समय दें तो आपके अच्छे मार्क्स आने से कोई नहीं रोक सकता.  हर किसी छात्र में टाइम मैनेजमेंट की स्किल तुरंत नहीं आ जाती है. इसके लिए लंबे समय से तैयारी करनी पड़ती है.

डेली रूटीन तैयार करें.

अधिकांश छात्र अपने बोर्ड परीक्षा की तैयारी के दौरान आधी रात  जाग कर तैयारी करते हैं, ऐसा करने के बाद छात्र प्रेशर में आ  जाते हैं. अगर आप अपनी तैयारी मजबूत चाहते हैं तो अपना डेली रूटीन तैयार करें. आप 7-दिन का शेड्यूल बनाएं.
डेली रूटीन में प्रत्येक विषय के  अध्याय शामिल होने चाहिए जिन्हें आप किसी विशेष दिन, समय स्लॉट, और ब्रेक के रूप में अच्छी तरह से कवर कर सके.

टेक्निक तैयार करें

किसी भी विषय को पढ़ने के लिए एक टेक्निक को तैयार करें. जो आपको बेहतर और तेज़ी से याद रखने में मदद करेंगी.
उनमें से एक  ‘pomodoro' के रूप में जाना जाता है.

आइए जानते हैं क्या है  ‘pomodoro' प्रक्रिया

कई बार छात्रों का मन पढ़ाई में नहीं लगता. जब वह पढ़ने बैठते हैं तो उनका ध्यान पढ़ाई से हटने लगता है. ऐसे में  ‘pomodoro' टेक्निक छात्रों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है.

- पोमोडोरो टेक्निक एक टाइम मैनेजमेंट ट्रिक है जिसकी खोज 80 के दशक में Francesco Cirillo ने की थी. Pomodoro आपकी Productivity बढ़ाएगी. इससे आपका दिमाग किसी काम को घंटों तक, बिना थके करने लायक बन जाएगा.

आइए पोमोडोरो तकनीक को एक उदाहरण से समझते हैं, साथ ही ये भी जानें कि ये क्यों काम करता है.

– अगर आप इसे पढाई के क्षेत्र में प्रयोग करना चाहते हैं तो सबसे पहले अपना लक्ष्य सेट कर लीजिए. मान लो आपको किसी सब्जेक्ट के 4 विषय तैयार करने हैं. अब पहले 25 मिनट लगातार पढने बैठ जाइये फिर 25 मिनट बाद 5 मिनट का ब्रेक लीजिये. 25 मिनट के पढाई और 5 मिनट के एक सेशन को मिलाकर 1 पोमोडोरो कहा जाता है.

– आप इसी तरह लगातार 3-4 पोमोडोरो पूरे कीजिये. 3 या 4 पोमोडोरो पूरा करने के बाद एक लम्बा ब्रेक (15 से 30 मिनट) लीजिये. इसके बाद फिर से पोमोडोरो शुरू कीजिये.

पोमोडोरो के ये हैं फायदे

1) हमारे दिमाग को किसी काम पर लगातार फोकस करने की एक लिमिट होती है. ज्यादातर लोग 20-30 मिनट से ज्यादा मन को फोकस नहीं रख पाते. इसलिए ये 25 मिनट के Time को प्रयोग करती है. आप अपनी कैपीसिटी के हिसाब से इसे 5-15 मिनट तक घटा या बढ़ा भी सकते हैं, जैसे 30-35 मिनट काम करें फिर 5-10 मिनट का ब्रेक.

2) आपका दिमाग पोमोडोरो टेक्निक प्रयोग करते समय ये जानता है कि थोड़ी देर बाद उसे ब्रेक मिलेगा. अवचेतन मष्तिष्क (Subconscious mind) में आने वाले ब्रेक का विचार होने से दिमाग में डोपामाइन हार्मोन (Dopamine) रिलीज़ होता है जिससे ध्यान कम भटकता है.

3) रोमन सैनी भारत में सबसे कम उम्र में IAS ऑफिसर बनने वाले व्यक्ति हैं. रोमन सैनी भी पोमोडोरो तकनीक के फैन हैं.

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