वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि एक ही पेट्रोल पंप से लग्जरी कारों के लिए बाजार की कीमत पर और किसानों के लिए सब्सिडीयुक्त दरों पर डीजल की बिक्री मुश्किल है।
राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान चिदंबरम ने कहा ‘हमने इस बारे में बहुत सोच-विचार की कोशिश की कि क्या एक ही पेट्रोल पंप से लग्जरी कारों के लिए बाजार की कीमत पर और किसानों के लिए सब्सिडीयुक्त दरों पर डीजल दिया जा सकता है।’ उन्होंने कहा ‘लेकिन ऐसा करना बहुत ही मुश्किल है बहरहाल, अगर बड़ी गाड़ियों के मालिकों और किसानों को, कालाबाजारी के बिना अलग-अलग दरों पर, खास कर किसानों को कम दरों पर डीजल बेचे जाने का ठोस सुझाव दिया जाएगा तो उस पर सरकार विचार करेगी। इससे कोई कालाबाजारी भी नहीं होनी चाहिए।’
बसपा के एसपी सिंह बघेल के पूरक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि डीजल से चलने वाली बड़ी गाड़ियों के मालिक और किसान दोनों ही खुदरा उपभोक्ता हैं और उन्हें सब्सिडीयुक्त दरों पर डीजल बेचा जाता है।
बघेल ने उनसे पूछा था कि क्या छोटे और सीमांत किसानों को कृषि कार्य के लिए किफायती दर पर डीजल दिए जाने के लिए कोटा तय किया जा सकता है? सरकार ने पिछले माह रेलवे और राज्य सड़क परिवहन निगमों जैसे थोक उपभोक्ताओं के लिए बाजार दर तय कर दी लेकिन पेट्रोल पंपों पर किसानों और बड़ी गाड़ियों के मालिक जैसे उपभोक्ताओं के लिए अलग-अलग दरों पर डीजल का फिलहाल कोई प्रावधान नहीं है।