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‘लखपति किसान-स्मार्ट गांव’ - टाटा ट्रस्ट की मदद से चार राज्यों में ऐसे बन रहे हैं लखपति किसान

झारखंड, गुजरात, ओड़िशा और महाराष्ट्र में जनजातीय किसानों की स्थिति सुधर रही है और वे ‘लखपति किसान’ के रूप में उभर रहे हैं. इसका श्रेय टाटा ट्रस्ट के 450 गांवों में की जा रही पहल को जाता है. बता दें कि ट्रस्ट अपने पंच वर्षीय मिशन कार्यक्रम ‘लखपति किसान-स्मार्ट गांव’ के तहत ये पहल पिछले दो साल से झारखंड, ओड़िशा, गुजरात और महाराष्ट्र में कर रहा है. इस कार्यक्रम की शुरूआत 2015 में हुई
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NDTV Profit हिंदी10:19 AM IST, 01 May 2017NDTV Profit हिंदी
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झारखंड, गुजरात, ओड़िशा और महाराष्ट्र में जनजातीय किसानों की स्थिति सुधर रही है और वे ‘लखपति किसान’ के रूप में उभर रहे हैं. इसका श्रेय टाटा ट्रस्ट के 450 गांवों में की जा रही पहल को जाता है. बता दें कि ट्रस्ट अपने पंच वर्षीय मिशन कार्यक्रम ‘लखपति किसान-स्मार्ट गांव’ के तहत ये पहल पिछले दो साल से झारखंड, ओड़िशा, गुजरात और महाराष्ट्र में कर रहा है. इस कार्यक्रम की शुरूआत 2015 में हुई

ट्रस्ट किसानों को अधिक कृषि उत्पादन प्राप्त करने और बेहतर मूल्य के लिये मांग आधारित उपज प्राप्त करने हेतु संसाधनों के अधिकतम उपयोग को लेकर छोटे समूह में जनजातीय परिवार को शिक्षा एवं प्रशिक्षण दे रहा है. इससे किसानों की आय बढ़ी है.

ट्रस्ट से जुड़ा संगठन ‘कलेक्टिव्स फार इंटिग्रेटेड लाइवलीहुड इनीशिएटिव’ के कार्यकारी निदेशक गणेश नीलम ने कहा, ‘‘फिलहाल हम चार राज्यों के 450 गांवों में काम कर रहे हैं. हमारे अभियान का प्रभाव 1,00,000 परिवार पर पड़ा है. इसमें से 15-20 प्रतिशत लखपति किसान हैं.’’

उन्होंने कहा कि इन परिवारों की सालाना आय 50,000 रुपये से कम थी और अब उनकी आय में अच्छा सुधार हुआ है और चिंता अब इस आय स्तर को बनाये रखने की है.’’ इस पहल का मकसद 2020 तक आठ राज्यों में कुल 560 गांवों को दायरे में लाना है तथा एक लाख जनजातीय परिवार को लाभ पहुंचाना है. इसी प्रकार की पहल, चार अन्य राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में शुरू की जाएंगी.

ऐसे परिवार के समक्ष चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर नीलम ने कहा कि ट्रस्ट का जोर समुदाय संस्थानों को मजबूत बनाने, जनजातीय समुदाय को गरीबी से बाहर निकालना तथा उन्हें बेहतर आजीविका उपलब्ध कराने की है. इसमें लगने वाले कोष के बारे में ब्योरा दिए बिना उन्होंने कहा कि ट्रस्ट इच्छित परिणाम के लिये राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहा है.

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