देश के शेयर बाजारों में अगले हफ्ते निवेशकों की नजर मॉनसून की स्थिति पर टिकी रहेगी। अगले सप्ताह निवेशकों की नजर विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेश (डीआईआई) के आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रुझानों, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और तेल की कीमतों पर भी बनी रहेगी।
अगले हफ्ते बाजार की चाल मॉनसून की स्थिति पर भी निर्भर करेगी। जून-सितंबर के दौरान मॉनसूनी बारिश देश की अर्थव्यवस्था के लिए संजीवनी के समान होती है, क्योंकि देश की खेती मुख्यत: बारिश पर ही निर्भर करती है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने 13 अगस्त को जारी बयान में कहा कि वर्तमान मॉनसून सत्र में 13 अगस्त तक बारिश देशभर में दीर्घावधिक औसत से नौ फीसदी कम रही।
वैश्विक अर्थव्यवस्था में जापान सोमवार 17 अगस्त को दूसरी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े जारी करेगा। बुधवार 19 अगस्त को अमेरिका का फेडरल रिजर्व 28-29 जुलाई को फेडरल ओपेन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की हुई बैठक का ब्योरा जारी करेगा। निवेशकों को इस ब्योरे से फेड द्वारा ब्याज दर में की जाने वाली वृद्धि के समय का अनुमान लगाने में मदद मिलेगी।
गुरुवार 20 अगस्त ग्रीस के लिए एक महत्वपूर्ण समय सीमा है। इस तिथि तक उसे यूरोपीय केंद्रीय बैंक को 3.2 अरब यूरो (3.6 अरब डॉलर) का भुगतान करना है। ग्रीस ने गत सप्ताह अंतरराष्ट्रीय कर्जदाताओं से तीसरे बेलआउट के लिए समझौता किया है। इस समझौते के मसौदे को ग्रीस की संसद ने मंजूरी दे दी है।