सीरिया पर मिसाइल हमले की खबर और उसके कारण तेल आपूर्ति बाधित होने तथा तेल की कीमत बढ़ने की आशंका के बीच मंगलवार को देश की मुद्रा रुपये और भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई। शेयर बाजारों का एक प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 651 अंक लुढ़क गया। रुपये में दो फीसदी तक की गिरावट देखी गई और यह डॉलर के मुकाबले 68 से नीचे तक चला गया।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 116.64 अंकों की तेजी के साथ 19,002.77 पर खुला और 651.47 अंकों या 3.45 फीसदी की गिरावट के साथ 18,234.66 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 19,007.31 के ऊपरी और 18,166.17 के निचले स्तर को छुआ।
सेंसेक्स के 30 में से सिर्फ दो शेयरों -कोल इंडिया (1.32 फीसदी) और महिद्रा एंड महिद्रा (0.35 फीसदी)- में तेजी दर्ज की गई।
गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे हीरो मोटोकॉर्प (6.58 फीसदी), आरआईएल (6.07 फीसदी), आईटीसी (5.37 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (5.21 फीसदी) और भारती एयरटेल (5.17 फीसदी)।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 23.95 अंकों की तेजी के साथ 5,574.70 पर खुला और 209.30 अंकों या 3.77 फीसदी की गिरावट के साथ 5,341.45 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 5,580.95 के ऊपरी और 5,323.75 के निचले स्तर को छुआ।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि उसने देखा है कि भूमध्य सागर के मध्य भाग से पूर्वी तट की ओर दो मिसाइलें छोड़ी गई।
इससे भारतीय शेयर बाजारों में भारी बिकवाली दर्ज की गई। माना यह गया कि इसके कारण देश में तेल आपूर्ति व्यवस्था प्रभावित होगी और इसके कारण देश की आर्थिक स्थिति और खराब होगी।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट दर्ज की गई। मिडकैप 99.74 अंकों की गिरावट के साथ 5,275.98 पर और स्मॉलकैप 49.85 अंकों की गिरावट के साथ 5,193.94 पर बंद हुआ।
बीएसई के सभी 13 सेक्टरों में गिरावट दर्ज की गई। बैंकिंग (5.06 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (4.61 फीसदी), रियल्टी (4.39 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तु (3.89 फीसदी) और तेल एवं गैस (3.63 फीसदी) में सर्वाधिक गिरावट दर्ज की गई।
बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 805 शेयरों में तेजी और 1478 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 133 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।