रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक बार फिर इस बार जून तिमाही में देश की सबसे अधिक मुनाफे वाली कंपनी का तमगा गंवा दिया। इस बार उसे इंडियन ऑयल कारपोरेशन (आईओसी) ने पछाड़ा।
रिलायंस ने 23 साल में पहले बार गत दिसंबर तिमाही में टीसीएस के हाथों यह तमगा गंवाया था। जून तिमाही में मुकेश अंबानी की कंपनी का शुद्ध लाभ 6,318 करोड़ रुपये रहा। वहीं आईओसी का मुनाफा इस तिमाही में दोगुना से अधिक होकर 6,436 करोड़ रुपये रहा। इस तरह आईओसी का मुनाफा रिलायंस इंडस्ट्रीज से 118 करोड़ रुपये अधिक रहा।
कच्चे तेल की कीमतों में कमी और बेहतर रिफाइनिंग मार्जिन तथा सरकार द्वारा सब्सिडी के पूर्ण भुगतान से देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी को अच्छा मुनाफा अर्जित करने में मदद मिली। समीक्षाधीन तिमाही में आईओसी का रिफाइनिंग मार्जिन सात साल के उच्चस्तर पर पहुंच गया।
इससे पहले दिसंबर तिमाही में टीसीएस ने 5,328 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ के साथ देश की सबसे अधिक मुनाफा हासिल करने वाली कंपनी का तमगा हासिल किया था। उस तिमाही में रिलायंस का शुद्ध लाभ घटकर 5,256 करोड़ रुपये रह गया था। इस तरह दिसंबर, 2014 में रिलायंस का लगातार 23 साल तक देश की सबसे अधिक मुनाफा कमाने वाली कंपनी का सिलसिला टूट गया।
जून तिमाही में तीसरी सबसे अधिक मुनाफा कमाने वाली कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) रही। तिमाही के दौरान टीसीएस का शुद्ध लाभ 5,684 करोड़ रुपये रहा। तिमाही के दौरान टीसीएस की आय 16.1 प्रतिशत बढ़कर 25,668 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।