सरकार ने इन आशंकाओं को खारिज कर दिया है कि देश जब फिर से 7 फीसदी की वृद्धि दर के रास्ते पर लौटेगा, तो इससे महंगाई भी बढ़ेगी। सरकार ने कहा कि दोनों के बीच किसी प्रकार का संबंध नहीं है।
योजना मंत्री राजीव शुक्ला ने राज्यसभा में एक लिखित जवाब में कहा, 2007-08 में 9.3 फीसदी और 2009-10 में 8.6 प्रतिशत की ऊंची वृद्धि दर के बावजूद महंगाई की दर काफी कम थी। शुक्ला ने कहा कि ऐसे में यह जरूरी नहीं है कि जब आर्थिक वृद्धि दर 7 प्रतिशत के पार जाए, तो महंगाई भी बढ़ेगी ही।
मंत्री ने कहा कि 2007-08 में मुद्रास्फीति 4.74 प्रतिशत थी, जबकि 2009-10 में यह 3.8 फीसदी ही थी। हालांकि बयान के अनुसार 2010-11 में वृद्धि दर 9.3 फीसदी रही थी, जबकि महंगाई की दर भी कहीं ऊंची यानी 9.56 फीसदी थी। इसी प्रकार, 2008-09 में वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत और मुद्रास्फीति 8.05 प्रतिशत थी। 2011-12 में वृद्धि दर 6.2 प्रतिशत तथा मुद्रास्फीति 8.94 प्रतिशत थी।