केन्द्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने ‘कोल इंडिया’ के कारोबार में तीव्र बढ़ोतरी होने का दावा करते हुए बुधवार को कहा कि देश में बिजली संयंत्रों के लिए कोयले की कोई कमी नहीं है।
जायसवाल ने बातचीत में महारत्न कम्पनी कोल इंडिया की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘खुशी है कि इस साल प्रथम छमाही में कोल इंडिया की वृद्धि नौ प्रतिशत को पार कर चुकी है। उम्मीद है कि साल पूरा होने तक यह दोगुनी हो जाएगी। पिछले साल यह वृद्धि प्रतिशत दर शून्य थी।’’ उन्होंने कहा कि केन्द्र ने ऊर्जा क्षेत्र को इस साल 12 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ कोयले की आपूर्ति की है, जबकि राष्ट्रीय तापीय विद्युत निगम को 18 फीसद इजाफे के साथ आपूर्ति की गई है। यह संकेत है कि देश में ऊर्जा संयंत्रों के लिए कोयले की कोई कमी नहीं है।
जायसवाल ने कहा कि कुछ अखबारों में कुछेक ऊर्जा संयंत्रों पर कम समय तक उत्पादन के लिए ही कोयला उपलब्ध होने की बात कही गई है। दरअसल, ऐसी स्थिति आवंटित क्षमता से अधिक उत्पादन तथा कई अन्य कारणों से उत्पन्न होती है। इसके लिए कोल इंडिया को दोष नहीं दिया जाना चाहिए।
कोयला ब्लाक आवंटन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अंतरमंत्रालयी जांच में वर्ष 1993 से अब तक आवंटित ब्लाक की मौजूदा स्थिति तथा उनकी प्रगति की समीक्षा के बाद 13 ब्लॉकों का आवंटन रद्द किया जा चुका है, जबकि कुछ की बैंक जमानत जब्त हुई है।
जायसवाल ने बताया कि ब्लाक आवंटन में कथित गड़बड़ी की केन्द्रीय सतर्कता आयोग द्वारा सीबीआई से दूसरी जांच करायी जा रही है। इस बारे में जांच एजेंसी जल्द ही जानकारी देगी और दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
कोयला नियामक का जिक्र करते हुए जायसवाल ने कहा कि इस मामले पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंत्रिसमूह गठित किया है, जिसने इस सिलसिले में स्थिति सम्बन्धी पूरा विवरण मांगा था। उम्मीद है कि मंत्रिसमूह एक महीने के अंदर अपनी सिफारिश देगा और फिर इस सिलसिले में विधेयक पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने एक सवाल पर कहा कि 12वीं पंचवर्षीय योजना के तहत उत्तर प्रदेश के सभी सम्बन्धित उर्जा संयंत्रों के लिए कोल लिंकेज तथा ब्लाक दिया जा चुका है।
इंडिया अगेंस्ट करप्शन के नेता अरविंद केजरीवाल द्वारा जयपाल रेड्डी से पेट्रोलियम मंत्रालय वापस लिये जाने सम्बन्धी खुलासे के बारे में पूछे जाने पर जायसवाल ने कहा कि व्यर्थ के आरोपों पर टिप्पणी करने से कोई फायदा नहीं है।
उत्तर प्रदेश के फैजाबाद जिले में विजयदशमी पर हुए साम्प्रदायिक बवाल को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कोयला मंत्री ने अपेक्षा की कि राज्य की अखिलेश यादव सरकार इस दिशा में प्रभावी कदम उठाएगी।