स्विट्जरलैंड के बैंकों में जमा भारतीयों के धन के संबंध में सूचनाएं मुहैया नहीं करने खिलाफ आपत्ति दर्ज करते हुए वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने उसे भारत के आवदेन को लगातार टालने के लिए जी20 जैसे बहु-स्तरीय मंचों पर घसीटने की धमकी दी है।
चिदंबरम ने स्विट्जरलैंड के वित्त मंत्री इवलीन विड्मर श्लूम्फ को लिखे दो पन्ने के कड़े पत्र उन्हें जी20 के नेताओं द्वारा अप्रैल 2009 में अपनाए गए घोषणापत्र की याद दिलाई, जिसमें कहा गया था कि बैंकों की गोपनीयता का दौर खत्म हो गया।
उन्होंने पत्र में कड़े शब्दों में कहा कि यदि यह असहयोग जारी रहता है तो भारत स्विट्जरलैंड को गैर-सहयोगी देश घोषित करने जैसे अन्य कदम उठाने की प्रक्रिया की समीक्षा कर सकता है।
चिंदबरम ने कहा कि स्विट्जरलैंड ने दोनों देशों के लिए दोहरे कराधान से बचाव की संधि (डीटीएए) की शर्तों का सम्मान नहीं किया है, जिसके तहत कर अधिकारियों से स्विस बैंकों में भारतीयों के खातों की जानकारी मांगी गई।
उन्होंने 13 मार्च को लिखे पत्र में कहा कि स्विट्जरलैंड ने भारत और अन्य देशों को यह कहते हुए सूचना मुहैया कराने से इनकार किया कि उक्त सूचनाएं चुराए गए आंकड़ों के आधार पर मांगी गई हैं। इसका अर्थ है कि स्विट्जरलैंड अब भी बैंकों की गोपनीयता में भरोसा करता है और यह आधुनिक युग के अनुरूप नहीं है।