सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक कर्मचारियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी है, जिससे सामान्य बैंकिंग कामकाज पर असर पड़ा है। दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू) ने किया है। इसमें नौ राष्ट्रीय यूनियन शामिल हैं।
हालांकि आईसीआईसीआई बैंक तथा एचडीएफसी बैंक समेत निजी क्षेत्र के बैंकों में कामकाज सामान्य रहा। एलआईसी तथा न्यू इंडिया इंश्योरेंस समेत सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों के कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हैं।
हड़ताल के कारण बुधवार को देश भर में चेक के निपटान, इलेक्ट्रॉनिक कोष हस्तांतरण, विदेशी विनिमय लेन-देन तथा मुद्रा बाजार गतिविधियां प्रभावित हुईं। ताजा रिपोर्ट के अनुसार आज स्थिति जस-की-तस बनी हुई है।
हड़ताल के कारण सामान्य बैंकिंग गतिविधियों के प्रभावित होने की आशंका के मद्देनजर बैंकों ने पहले ही अपने ग्राहकों को इस बारे में जानकारी दे दी थी। सूत्रों ने कहा कि बैंकों ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाया है कि हड़ताल के दौरान कम-से-कम नकदी के मोर्चे पर ग्राहकों को दिक्कत नहीं हो। इसके मद्देनजर एटीएम में पर्याप्त मात्रा में नकदी डाली गई थी। हालांकि इसके बावजूद वाणिज्यिक स्थानों पर स्थित कुछ एटीएम में नकदी खत्म हो गई।
बैंक यूनियन कर्मचारियों के वेतन समीक्षा जल्दी किए जाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह नवंबर, 2012 से लंबित है। वे बैंकिंग क्षेत्र में किए जा रहे सुधारों तथा बैंकों के विलय योजना का विरोध कर रहे है। देश में सार्वजनिक क्षेत्र के 26 बैंक हैं, जिसमें करीब 10 लाख कर्मचारी कार्यरत हैं।