देश के विदेशी मुद्रा भंडार (foreign exchange reserves) में जून के पहले हफ्ते में रिकॉर्ड बढ़त देखने को मिली और यह 655.81 अरब डॉलर पर पहुंच गया है, जो कि विदेशी मुद्रा भंडार का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से जारी डेटा में बताया गया है कि 7 जून को समाप्त होने वाले हफ्ते में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4.3 अरब डॉलर बढ़कर 655.817 अरब डॉलर हो गया. इससे पहले यह आंकड़ा 651.51 अरब डॉलर था.
बता दें कि, किसी भी देश के लिए उसका विदेशी मुद्रा भंडार काफी महत्वपूर्ण होता है. देशी मुद्रा को स्थिर रखने और अन्य किसी वैश्विक चुनौती से निपटने में इसकी काफी भूमिका होती है.
पिछले कई हफ्तों से विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार बढ़त देखी जा रही है. यह 10 मई को यह 648 अरब डॉलर पर था.
विदेशी मुद्रा भंडार में अमेरिकी डॉलर के साथ अन्य बड़े देशों की मुद्राएं, सोना, विशेष आहरण अधिकार (SDR) और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास जमा धन को शामिल किया जाता है.
आरबीआई की ओर से जारी किए गए डेटा में बताया गया है कि विदेशी मुद्रा भंडार में महत्वपूर्ण घटक बड़े देशों की मुद्राएं 3.77 अरब डॉलर बढ़कर 576 अरब डॉलर हो गई हैं. मुद्राओं में डॉलर के अलावा यूरो, पाउंड और येन को शामिल किया जाता है.
सोने का रिजर्व 481 मिलियन डॉलर बढ़कर 56.98 अरब डॉलर हो गया है.
विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 43 मिलियन डॉलर बढ़कर 18.16 अरब डॉलर हो गया है. वहीं, आईएमएफ के पास रिजर्व पोजीशन 10 मिलियन डॉलर बढ़कर 4.33 अरब डॉलर हो गई है.
यह भी पढ़ें -
विदेशी मुद्रा भंडार 651.5 अरब US डॉलर के नए उच्च स्तर पर : RBI गवर्नर
RBI की बैलेंस सीट 2023-24 में 11.08 प्रतिशत बढ़कर 70.47 लाख करोड़ रुपये पर
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)