1.3 गीगावाट पीक वाले सौर साइट आत्मनिर्भर भारत में योगदान का शानदार उदाहरण : प्रल्हाद जोशी

रिन्यू के अनुसार, देश में पहली बार इतने बड़े पैमाने की परियोजना को पूरी तरह से स्वदेश निर्मित मॉड्यूल के साथ पूरा किया गया है.

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देश में 'आत्मनिर्भर भारत' पहल के तहत नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी 'रीन्यू' ने राजस्थान के जैसलमेर में 1.3 गीगावाट पीक सोलर प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया.  देश के 10 राज्यों में फैली 150 से अधिक परियोजनाओं का संचालन करने वाली रीन्यू ने इस परियोजना को शत-प्रतिशत 'मेड-बाय-रीन्यू' सौर पैनलों का इस्तेमाल कर विकसित किया है, जिसमें से 90 प्रतिशत का निर्माण रीन्यू के जयपुर स्थित सौर मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में किया गया है.

रिन्यू के अनुसार, देश में पहली बार इतने बड़े पैमाने की परियोजना को पूरी तरह से स्वदेश निर्मित मॉड्यूल के साथ पूरा किया गया है. इसका अनावरण नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी ने किया. उन्होंने कहा कि देश के लिए यह दिन ऐतिहासिक मील का पत्थर है और राजस्थान के लिए भी खास है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना के अनुरूप नवीकरणीय ऊर्जा क्रांति का केंद्र बन रहा है.

उन्होंने कहा कि जैसलमेर में लगभग 1.3 गीगावाट पीक के सौर साइट का उद्घाटन, आत्मनिर्भर भारत में योगदान का एक शानदार उदाहरण है, जो पूरी तरह से मेड-इन-इंडिया मॉड्यूल के साथ बनाया गया है, जिसमें 90 प्रतिशत राजस्थान में निर्मित हैं.

उल्लेखनीय है कि देश में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में पर्याप्त वृद्धि देखी जा रही है, जिसमें अप्रैल 2023 तक पवन ऊर्जा क्षमता 42.8 गीगावाट तक पहुंच चुकी है और 2030 तक 63 गीगावाट तक बढ़ने का अनुमान है. नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा दी गई हालिया जानकारी के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 में देश की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में रिकॉर्ड 29.52 गीगावाट का इजाफा हुआ है और यह बढ़कर 220.10 गीगावाट हो गई है। मंत्रालय के अनुसार, इस वृद्धि में सौर ऊर्जा का योगदान 23.83 गीगावाट का रहा.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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