विदेशी पूंजी की सतत निकासी तथा घरेलू शेयर बाजारों में नरम रुख के बीच रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार में महज़ एक पैसे की बढ़त के साथ 84.06 प्रति अमेरिकी डॉलर (INR vs USD) पर पहुंच गया.
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि मज़बूत डॉलर स्थानीय इकाई पर दबाव बना रहा है, जिससे दिन में रुपया के सीमित दायरे में कारोबार करने का अनुमान है. कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों ने भी स्थानीय इकाई को प्रभावित किया, जबकि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा किसी भी हस्तक्षेप से स्थानीय मुद्रा को निचले स्तर पर समर्थन मिल सकता है.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाज़ार में रुपया 84.07 प्रति डॉलर पर खुला. शुरुआती सौदों के बाद यह 84.06 प्रति डॉलर पर पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव से एक पैसे की बढ़त दर्शाता है. रुपया गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 84.07 पर बंद हुआ था, और दीपावली के मद्देजनर विदेशी मुद्रा बाज़ार शुक्रवार, 1 नवंबर को बंद थे.
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.62 प्रतिशत की गिरावट के साथ 103.63 पर रहा.
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 1.52 प्रतिशत की बढ़त के साथ 74.21 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा.
शेयर बाज़ार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) पिछले कारोबारी सत्र में बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 211.93 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.