भारत और पाकिस्तान के बीच वीकेंड पर हुए सीजफायर (India-Pakistan ceasefire) का असर सोमवार को दोनों देशों के शेयर बाजारों में साफ दिखाई दिया. भारत में जहां भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स (BSE Sensex) करीब 2700 अंक चढ़ा. वहीं पाकिस्तान के कराची स्टॉक एक्सचेंज (Karachi Stock Exchange) ने जबरदस्त शुरुआत करते हुए 9 प्रतिशत की छलांग लगाई.
यह तेजी ऐसे समय में आई है जब पिछले कुछ दिनों से दोनों देशों के बीच बॉर्डर पर माहौल तनावपूर्ण बना हुआ था.हालांकि फिलहाल स्थिति सामान्य है.
पाकिस्तान के बाजार में 9% की तेजी, एक घंटे के लिए ट्रेडिंग रोकी गई
सोमवार को कारोबार की शुरुआत में ही पाकिस्तान का KSE 100 इंडेक्स 9,928 अंक चढ़कर 117,104 अंकों तक पहुंच गया. इस जबरदस्त तेजी के बाद एक घंटे के लिए ट्रेडिंग रोकनी पड़ी. गुरुवार को जब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान की अहम डिफेंस साइट्स को टारगेट किया था, तब KSE 30 में 7.2% की गिरावट आई थी और ट्रेडिंग रुक गई थी.
लेकिन वीकेंड पर भारत और पाकिस्तान सीजफायर की घोषणा और IMF से 2.3 अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज की खबर ने पाकिस्तान के शेयर बाजार में भरोसा लौटा दिया.
IMF बेलआउट और सीजफायर से इन्वेस्टर्स का लौटा भरोसा
पाकिस्तान को IMF से मिले बेलआउट पैकेज ने भी निवेशकों को राहत दी. यह बेलआउट शुक्रवार को वॉशिंगटन में IMF की बोर्ड मीटिंग में पास हुआ, जिसमें भारत ने वोटिंग से दूरी बनाए रखी. जानकारों का मानना है कि सीजफायर और आर्थिक मदद दोनों ने मिलकर पाकिस्तान के बाजार में पॉजिटिव मूवमेंट लाने में मदद की.
भारतीय शेयर बाजार में बूम, सेंसेक्स 82,000 के पार
भारत में भी सोमवार को शेयर बाजार ने जबरदस्त शुरुआत की. सेंसेक्स करीब 2600 अंक चढ़कर 82,000 के पार पहुंच गया, जो पिछले सात महीनों में सबसे बड़ी छलांग थी. निफ्टी भी 841 अंक की तेजी के साथ 24,849 पर ट्रेड करता नजर आया. इस तेजी से निवेशकों की वैल्यू करीब 12 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई.
भारत-पाक के बीच बॉर्डर पर शांति, अमेरिका-चीन के बीच टैरिफ में कटौती, और ग्लोबल मार्केट से मिल रहे पॉजिटिव संकेतों की वजह से निवेशकों का भरोसा लौटा है. इसके अलावा, भारत को हाल ही में मिला क्रेडिट रेटिंग अपग्रेड भी बाजार की मजबूती का एक बड़ा कारण रहा.
पिछले साल पाकिस्तान के स्टॉक मार्केट ने दिए शानदार रिटर्न
हालांकि हाल के तनाव के कारण पाकिस्तान का बाजार दबाव में था, लेकिन पिछले साल पाक मार्केट ने 22 सालों का सबसे अच्छा रिटर्न दिया था. एक साल में KSE 30 इंडेक्स में 33 प्रतिशत की बढ़त देखी गई. ऐसे में अब जब हालात सामान्य हो रहे हैं, इन्वेस्टर्स फिर से एक्टिव होते नजर आ रहे हैं.