पाकिस्तान की इकोनॉमी (Pakistan Economy) इस वक्त भारी मुश्किलों से जूझ रही है.देश को 1958 से अब तक 24 बार IMF से बेलआउट यानी फंड लेना पड़ा है. बीते दिन अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पाकिस्तान को मदद के तहत 1.02 अरब डॉलर की दूसरी किस्त भेज दी है. ये जानकारी पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक ने बुधवार को दी. इसके बावजूद भी पाकिस्तान की ग्रोथ लगातार धीमी हो रही है. वहीं, भारत की इकोनॉमी (Indian Economy)अब ग्लोबल लेवल पर तेजी से आगे बढ़ रही है.
भारत ना सिर्फ तेजी से आगे बढ़ रहा है, बल्कि अब भारत के कुछ राज्य भी पाकिस्तान की पूरी इकोनॉमी से आगे निकल चुके हैं. इन आंकड़ों को देख आपके भी होश उड़ जाएंगे.
भारत की GDP अब पाकिस्तान से 10 गुना ज्यादा
IMF के लेटेस्ट डेटा के मुताबिक, पाकिस्तान की जीडीपी (Pakistan GDP Growth Rate) 2.6% की दर से बढ़ी और अब इसका साइज करीब $373.08 बिलियन है. राजनीतिक अस्थिरता, बढ़ती महंगाई और खराब विदेशी कर्ज हालात जैसे फैक्टर पाकिस्तान की इकोनॉमी को पीछे खींच रहे हैं.
इसके मुकाबले भारत की इकोनॉमी तेजी से ग्रो कर रही है. भारत की जीडीपी (India GDP)अब $4 ट्रिलियन से ऊपर पहुंच चुकी है, जो पाकिस्तान की जीडीपी से करीब 10 गुना ज्यादा है. IMF के मुताबिक, भारत की रियल जीडीपी ग्रोथ 2025 के लिए 6.4% आंकी गई है.
महाराष्ट्र और तमिलनाडु की GDP पाकिस्तान से आगे
सबसे हैरानी की बात यह है कि भारत के दो बड़े राज्य महाराष्ट्र और तमिलनाडु अब अकेले ही पाकिस्तान की जीडीपी को पीछे छोड़ चुके हैं. एक तरफ महाराष्ट्र की ग्रॉस स्टेट डॉमेस्टिक प्रोडक्ट (GSDP) 42.67 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है. वहीं, तमिलनाडु की GSDP 31.55 लाख करोड़ रुपये है.
ये दोनों राज्य भारत के इंडस्ट्रियल और ऑटोमोटिव हब हैं. ‘मेड इन इंडिया' मुहिम ने भी इन राज्यों की इकोनॉमिक ग्रोथ को तेजी से बढ़ाया है.
विदेशी कर्ज के दम पर पाकिस्तान डिफेंस खर्च पर दे रहा जोर
पाकिस्तान की इकोनॉमी भले ही संघर्ष कर रही हो, लेकिन डिफेंस सेक्टर पर खर्च में कटौती नहीं की गई. FY25 में पाकिस्तान ने अपने मिलिट्री बजट को 16.4% बढ़ाकर करीब $7.37 बिलियन (60,655 करोड़ रुपये) कर दिया है.
भारत और चीन का डिफेंस बजट पाकिस्तान से कई गुना ज्यादा
भारत ने FY26 के लिए 6.72 लाख करोड़ रुपये (करीब $81.72 बिलियन) का डिफेंस बजट रखा है, जो पिछले साल के मुकाबले 4.7% ज्यादा है.वहीं चीन का मिलिट्री बजट भी 7.2% की ग्रोथ के साथ $245 बिलियन (करीब 20.16 ट्रिलियन रुपये) पहुंच गया है. चीन लगातार अपनी मिलिट्री को एडवांस बना रहा है.