भारत में इंटर्नशिप के अवसर तीन साल में दोगुना हुए : रिपोर्ट

वैश्विक नौकरी साइट इनडीड की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इंटर्नशिप अब सभी के ध्यान का केन्द्र बन गया है क्योंकि कंपनियां युवा प्रतिभाओं को वास्तविक दुनिया के कौशल से लैस करने के लिए कमर कस रही हैं.

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देश में इंटर्नशिप के अवसर पिछले तीन साल में दोगुना हो गए हैं, क्योंकि संगठन युवा पेशेवरों को उद्योग के लिए तैयार कौशल से लैस करने की कोशिश कर रहे हैं. एक रिपोर्ट में यह कहा गया है. वैश्विक नौकरी साइट इनडीड की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इंटर्नशिप अब सभी के ध्यान का केन्द्र बन गया है क्योंकि कंपनियां युवा प्रतिभाओं को वास्तविक दुनिया के कौशल से लैस करने के लिए कमर कस रही हैं.

इनडीड के आंकड़ों के अनुसार, भारत में पिछले तीन वर्षों (फरवरी, 2022 से फरवरी, 2025 तक) में इंटर्नशिप के लिए सूचना (पोस्टिंग) में 103 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो इस बात को रेखांकित करता है कि कैसे उद्योग अकादमिक और उद्योग की अपेक्षाओं के बीच की खाई को पाटने के लिए इंटर्नशिप को दोगुना कर रहे हैं. इनडीड की रिपोर्ट फरवरी, 2022 से फरवरी, 2025 तक के अपने मंच पर आंकड़ों के विश्लेषण पर आधारित है.

इसमें आगे बताया गया कि जैसे-जैसे उद्योग विकसित हो रहे हैं - विशेष रूप से एआई, डेटा एनालिटिक्स और डिजिटल बदलाव, कंपनियां न केवल व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने के लिए इंटर्नशिप का उपयोग कर रही हैं, बल्कि शुरुआत में ही शीर्ष प्रतिभाओं को खोजने और तैयार करने के लिए भी इसका उपयोग कर रही हैं.

इंटर्नशिप खोज (सर्च) के मामले में दिल्ली, कर्नाटक और महाराष्ट्र सबसे आगे हैं, जिनकी कुल सर्च में क्रमशः 7.2 प्रतिशत, 6.8 प्रतिशत और 6.2 प्रतिशत हिस्सेदारी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में औसत इंटर्नशिप भत्ता 25,432 रुपये प्रति माह है, लेकिन हैदराबाद, बेंगलुरु, मुंबई, पुणे और गुरुग्राम जैसे शहर इस राष्ट्रीय औसत से अधिक मानदेय देते हैं। दूसरी ओर, चेन्नई और कोलकाता जैसे शहर इस मामले में निचले स्तर पर आते हैं.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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