भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर पिछले कुछ दिनों में देश- दुनिया की सबसे बड़ी एजेंसियों ने एक के बाद एक पॉजिटिव रिपोर्ट दी है. वर्ल्ड बैंक, आईएमएफ, मूडीज से लेकर एसबीआई रिसर्च और रिजर्व बैंक का कहना है कि इंडिया की ग्रोथ पटरी पर है और आने वाले सालों में रफ़्तार और बढ़ेगी. सबसे दिलचस्प बात ये है कि ग्रामीण मांग, इंफ्रास्ट्रक्चर खर्च, सर्विस ग्रोथ, GST सुधार और फेस्टिव सीजन की मजबूत खपत ये सब मिलकर भारत की अर्थव्यवस्था की असली ताकत बन गए हैं.
आइए जानते हैं उन 5 बड़े इंडिकेटर के बारे में जो जो बताते हैं कि भारत की ग्रोथ स्टोरी अभी और रफ्तार पकड़ने वाली है.
वर्ल्ड बैंक का बड़ा भरोसा: FY26 ग्रोथ अनुमान बढ़ाकर 6.5% किया
वर्ल्ड बैंक ने भारत की विकास दर का अनुमान बढ़ाकर 6.3% से 6.5% कर दिया है.इसका कारण घरेलू मांग मजबूत होना,ग्रामीण मांग में सुधार,टैक्स सुधारों का पॉजिटिव असर बताया गया है.वर्ल्ड बैंक ने साफ कहा है कि भारत इस साल भी दुनिया की सबसे तेज़ बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा.
मूडीज की रिपोर्ट: 2025 में 7% रहेगी भारत की GDP ग्रोथ, G-20 देशों में सबसे तेज
रेटिंग एजेंसी Moody's Ratings ने कहा है कि 2025 में भारत की रियल GDP 7% रहेगी यह 2024 की तुलना में ज्यादा है. 2026 और 2027 में भी 6.5% की मजबूत ग्रोथ बनी रहेगी.मतलब आने वाले दो साल भारत के लिए बेहद मजबूत रहने वाले हैं.मूडीज ने साफ लिखा कि भारत G-20 में सबसे तेज बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा.
IMF ने 6.4% से बढ़ाकर 6.6% किया ग्रोथ अनुमान
आईएमएफ ने अपने आउटलुक में कहा भारत की GDP ग्रोथ को 6.4% से बढ़ाकर 6.6% कर दिया गया है.इसकी वजह पहली तिमाही में 7.8% की तेज ग्रोथ बताई गई.अमेरिका द्वारा टैरिफ लगाने के बाद भी भारत का प्रदर्शन मजबूत है.आईएमएफ का कहना है कि भारत की मांग और निवेश एक्टिविटी बेहद अच्छी है.
SBI रिसर्च का अनुमान, Q2 में GDP ग्रोथ जा सकती है 7.5% के पार
SBI रिसर्च रिपोर्ट में दावा किया गया कि दूसरी तिमाही में भारत की ग्रोथ 7.5% या उससे ज्यादा जा सकती है.रिपोर्ट में इसकी वजह निवेश बढ़ना, ग्रामीण खपत में सुधार , सर्विस और मैन्युफैक्चरिंग की मजबूत ग्रोथ के अलावा GST सुधार से फेस्टिव सेल में बड़ा उछाल बताई गई है.
SBI ने यह भी बताया कि Q2 में 83% प्रमुख इंडिकेटर तेजी दिखा रहे हैं, जो बेहद पॉजिटिव सिग्नल है.
RBI का अनुमान: Q2 में 7% रहेगी जीडीपी ग्रोथ
भारतीय रिज़र्व बैंक ने भी दूसरी तिमाही के लिए 7% ग्रोथ का अनुमान लगाया है.इसमें घरेलू मांग, सेवाओं की तेजी और मजबूत व्यापार गतिविधि सबसे बड़ी भूमिका निभा रही है.ये 5 बड़े इंडिकेटर बताते हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था सिर्फ मजबूत नहीं है, बल्कि आने वाले सालों में भी तेज गति से आगे बढ़ेगी.














