ग्रॉस जीएसटी कलेक्शन (GST collection) जून में आठ प्रतिशत बढ़कर 1.74 लाख करोड़ रुपये रहा. सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी.उन्होंने कहा कि सरकार ने हालांकि मासिक जीएसटी कलेक्शन के आंकड़े (Gst collection Data) आधिकारिक रूप से देना रोक दिया है.
सूत्रों ने कहा कि चालू वित्त वर्ष (अप्रैल-जून) में अब तक ग्रॉस गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (Goods and Services Tax) कलेक्शन 5.57 लाख करोड़ रुपये रहा.
इंटीग्रेटेड गुड्स एंड सर्विस टैक्स यानी आईजीएसटी (IGST) का निपटान सेंट्रल गुड्स एंड सर्विसेज़ टैक्स यानी सीजीएसटी (CGST) के मद में 39,586 करोड़ रुपये का और स्टेट गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स यानी एसजीएसटी(SGST) के मद में 33,548 करोड़ रुपये का किया गया.
अप्रैल में GST कलेक्शन 2.10 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर
इस साल अप्रैल में जीएसटी कलेक्शन 2.10 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छू गया था. सूत्रों ने बताया कि सरकार आगे टैक्स कलेक्शन के संबंध में कोई बयान जारी नहीं करेगी.
बता दें कि गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स के 7 वर्ष पूरे हो गए हैं. मोदी 1.0 सरकार द्वारा 1 जुलाई 2017 को इसे लागू किया गया था. जीएसटी के अंदर 17 स्थानीय कर और शुल्क शामिल किए गए थे.
मजबूत जीएसटी कलेक्शन से अर्थव्यवस्था में तेजी
ईवाई इंडिया के ‘टैक्स पार्टनर' सौरभ अग्रवाल ने कहा कि यह मजबूत प्रदर्शन अर्थव्यवस्था में तेजी को दर्शाता है. इसमें टैक्स विभाग के साथ ही व्यवसाय जगत का भी योगदान है. उन्होंने कहा कि कलेक्शन में उल्लेखनीय वृद्धि से जीएसटी सुधारों के आगे बढ़ाये जाने की उम्मीद है. अगले सुधार संभावित रूप से कार्यशील पूंजी अवरोधों का समाधान कर सकते हैं.