विदेशी संस्थागत निवेशक (एफपीआई) भारतीय शेयर बाजार में लगातार निवेश कर रहे हैं. इस महीने की शुरुआत से (19 जुलाई तक) करीब 44,344 करोड़ रुपये का निवेश एफपीआई द्वारा इक्विटी और डेब्ट में किया जा चुका है.बाजार के जानकारों का मानना है कि एफपीआई नियमित तौर पर खरीदारी कर रहे हैं और हाल के समय में इस ट्रेंड में बढ़ोतरी देखने को मिली है. एफपीआई की ओर से इक्विटी में 30,771 करोड़ रुपये और डेब्ट में 13,573 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है.
विदेशी निवेशकों की ओर से खरीदारी ऑटो, कैपिटल गुड्स, हेल्थकेयर, आईटी, टेलीकॉम और ऑयल एंड गैस शेयरों में की गई है.
एफपीआई की खरीदारी जारी
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार का कहना है कि इस ट्रेंड में एक चौंकाने वाली बात यह है कि फाइनेंसियल सर्विसेज शेयरों में खरीदारी न के बराबर देखने को मिल रही है. इसी कारण से जुलाई में अब तक फाइनेंसियल शेयरों का प्रदर्शन खराब रहा है. हाल में डॉलर और बॉन्ड यील्ड में आई गिरावट इस बात की ओर इशारा कर रही है कि एफपीआई की खरीदारी जारी रहेगी.
घरेलू और विदेशी निवेशकों की निगाहें आगामी बजट पर
एक्सपर्ट्स ने कहा कि घरेलू और विदेशी निवेशकों की निगाहें 23 जुलाई को आने वाले बजट पर है. अगर इसमें कैपिटल गेन टैक्स को लेकर कुछ राहत दी जाती है तो यह बाजार के लिए काफी अच्छा होगा. वित्त वर्ष 24 में इक्विटी और डेब्ट में कुल 2,82,338 करोड़ रुपये का पूंजी प्रवाह आया है.
बजट में कई नए सुधारों के ऐलान की उम्मीद
विदेशी पूंजी प्रवाह में बढ़ोतरी की वजह कैपिटल मार्केट में सकारात्मक माहौल और केंद्र सरकार की ओर से सुधार को आगे बढ़ाने को लेकर दी गई गारंटी है. फिलहाल सभी की निगाहें प्रस्तावित बजट पर है. जहां भारत की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए कई नए सुधारों के ऐलान की उम्मीद की जा रही है.