- ट्रंप के 50 प्रतिशत रेसिप्रोकल टैरिफ के बाद भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली देखने को मिली
- 28 अगस्त 2025 को सेंसेक्स 705.97 अंक गिरकर 80,080.57 और निफ्टी 211.15 अंक गिरकर 24,500.90 पर बंद हुआ
- बाजार गिरावट का मुख्य कारण टैरिफ का प्रभाव और विदेशी निवेशकों का लगातार बाजार से पैसा निकालना बताया गया है
ट्रंप के 50% रेसिप्रोकल टैरिफ के बाद भारतीय शेयर बाजार में बड़ी बिकवाली नजर आई. पूरे दिन मार्केट लाल निशान पर ही कारोबार करता दिखा. 28 अगस्त 2025 को सेंसेक्स 705.97 अंक गिरकर 80,080.57 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी भी 211.15 अंक गिरकर 24,500.90 पर बंद हुआ.
इन शेयरों में दिखी सबसे ज्यादा गिरावट
बीएसई में गिरने वाले शेयरों में एचसीएल टेक सबसे आगे रहा. कंपनी में 2.85% की गिरावट देखी गई. इसके बाद INFY के शेयर 1.95% लुढ़के. वहीं पावर ग्रिड, टीसीएस, एचडीएफसी बैंक के शेयर्स कुछ कमाल नहीं कर सके. कहा जा सकता है कि आईटी के शेयर्स के साथ बैंकिग सेक्टर पर काफी दबाव दिखाई दिया.
गिरावट के बीच उठे ये शेयर्स
वहीं टैरिफ के समय अच्छा प्रदर्शन करने वाले शेयरों में टाइटन (1.22%), एलटी (0.72%), मारुति (0.61%), एक्सेस बैंक (0.46%), रिलायंस (0.17%) के साथ एशियन पेंट्स (0.15%) शामिल हैं.
निफ्टी 50 के कौन से हैं 5 बड़े शेयर्स
निफ्टी 50 की बात करें तो टाइटन, कोल इंडिया, हीरो मोटोकॉर्प, एलटी के साथ मारुति के शेयर्स में खरीदारों ने भरोसा दिखाया.
गिरावट की असल वजह क्या है?
बाजार में गिरावट को टैरिफ का असर ही बताया जा रहा है. वहीं, दूसरी तरफ विदेशी निवेशक भी लगातार बाजार में से पैसा निकाल रहे हैं. इसका दबाव भी सेंसेक्स पर साफ दिखाई दे रहा है. हफ्ते के ये दो दिन बाजार के काफी अहम है. सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि टैरिफ का असर कम रखा जाए. इसके लिए एक्सपोर्टर्स के लिए राहत स्कीम पर भी काम चल रहा है.