बजट में क्‍या है यह RRR? समझिए इसका मतलब

Budget 2025: एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया ने इस बजट को RRR यानी REFORMIST (सुधारवादी), RESPONSIBLE (जिम्‍मेदार) और REVOLUTIONARY (क्रांतिकारी) करार दिया है.

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नई दिल्‍ली:

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने शनिवार को संसद में देश का आम बजट (Budget 2025) पेश किया. इस बजट में वित्त मंत्री ने अब तक की सबसे बड़ी टैक्‍स छूट देकर मध्‍यम वर्ग को सबसे बड़ी सौगात दी है तो इस बजट में अन्‍य सभी वर्गों के लिए बहुत कुछ है. ऐसे में एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया ने इस बजट को RRR यानी REFORMIST (सुधारवादी), RESPONSIBLE (जिम्‍मेदार) और REVOLUTIONARY (क्रांतिकारी) करार दिया है. उन्‍होंने कहा कि इस बजट में टैक्‍स में कानूनी पचड़ों को कम किया गया है तो वित्तीय घाटे के लक्ष्‍य को कम रखा गया है. वहीं मध्‍यम वर्ग को यह बजट ताकत देने वाला है. 

इस तरह से समझिए RRR बजट को: 

R-REFORMIST

यह बजट कई मायनों में बेहद REFORMIST यानी सुधारवादी है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण टैक्‍स में कानूनी पचड़ों को कम करना है. साथ ही इस बजट भाषण में वित्त मंत्री ने बीमा क्षेत्र में प्रत्‍यक्ष विदेशी निवेश की सीमा को 74 फीसदी से बढ़ाकर 100 फीसदी करने का प्रस्‍ताव दिया है. यह सीमा देश में पूरी तरह से प्रीमियम निवेश करने वालों पर लागू होगी. इसे सरकार का बड़ा सुधारवादी कदम माना जा रहा है. 

R-RESPONSIBLE

केंद्र सरकार और वित्त मंत्री ने इस बजट में एक बार अपनी प्रतिबद्धता और जिम्‍मेदारी की भावना को प्रदर्शित किया है. संजय पुगलिया ने कहा कि वित्तीय घाटे को कम करने को लेकर सरकार ने जो वादा किया था, उस पर सरकार डटी हुई है. सरकार ने वित्तीय घाटे को 4.8 फीसदी से घटाकर अगले साल 4.4 फीसदी करने का लक्ष्‍य रखा है.

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साथ ही उन्‍होंने कहा कि इस बजट में ग्रोथ के लिए पूंजीगत व्‍यय थोड़ा सा बढ़ाया है, लेकिन यह बहुत ज्‍यादा नहीं है. यह भी वित्त मंत्री के बिहेवियर पैटर्न को बताता है. वह लगातार सालों से इस पर ध्‍यान देती आई हैं और पूरी मोदी सरकार इसे लेकर काफी गंभीर रही है. 

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R-REVOLUTIONARY

यह बजट मध्‍यमवर्ग के लिए बड़ी सौगात लेकर आया है. इस बजट के माध्‍यम से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इनकम टैक्‍स को लेकर सबसे बड़ी सौगात दी है. यदि आप 12 लाख रुपये तक कमाते हैं तो अब आपको कोई टैक्‍स नहीं देना होगा. मध्‍यम वर्ग की ओर से इसे लेकर लगातार मांग की जा रही थी. संजय पुगलिया ने कहा कि मध्‍यम वर्ग ही भारत का ग्रोथ इंजन है. उन्‍होंने कहा कि जब आप इन्‍हें ताकत देते हैं तो उसका बहुत बड़ा प्रभाव होता है. 

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार ने बजट में आयकर दरों में बदलाव के माध्यम से लोगों की जेबों में धन पहुंचाया है, कर छूट सात लाख रुपये से बढ़ाकर 12 लाख किये जाने से एक करोड़ लोगों को कर नहीं देना होगा. 

यही कारण है कि इस बजट को देश के इतिहास का सबसे REVOLUTIONARY यानी क्रांतिकारी बजट बताया जा रहा है. इस बजट से मध्‍यम वर्ग को ताकत मिलेगी और उनके पास ज्‍यादा पैसा पहुंचेगा और वे ज्‍यादा खर्च कर सकेंगे. 

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