अदाणी ग्रीन एनर्जी की क्षमता 2030 तक 50,000 मेगावाट के पार कर जाने का अनुमान

अदाणी ग्रीन एनर्जी (एजीईएल) ने दुनिया में सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी बनने के लिए सालाना आधार पर 6,000 से 7,000 मेगावाट क्षमता जोड़ने का लक्ष्य रखा है.

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नई दिल्ली:

गौतम अदाणी समूह की नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी की परिचालन क्षमता 2030 तक 30 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 50,000 मेगावाट पार कर जाने का अनुमान है. सोमवार को एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है. अदाणी ग्रीन एनर्जी (एजीईएल) ने दुनिया में सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी बनने के लिए सालाना आधार पर 6,000 से 7,000 मेगावाट क्षमता जोड़ने का लक्ष्य रखा है.

ब्रोकरेज कंपनी एमके ने एजीईएल पर अपनी रिपोर्ट में कहा कि संचयी आधार पर अभी से सालाना वृद्धि दर 2030 तक 30 प्रतिशत से अधिक रहेगी जबकि क्षमता उपयोग में सुधार से बिजली बिक्री में संचयी रूप से 35 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान है.

रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘हमारा अनुमान है कि एजीईएल की परिचालन स्तर की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता वित्त वर्ष 2023-24 से 2030 के अंत तक 31 प्रतिशत बढ़कर 56,500 मेगावाट हो जाएगी. इसका मुख्य कारण है गुजरात में खावड़ा नवीकरणीय ऊर्जा पार्क का विकास. इस अवधि में यहां 30,000 मेगावाट तक क्षमता विकसित होने का अनुमान है जो वर्तमान में 2,300 मेगावाट है. इसके अलावा कंपनी राजस्थान में नवीकरणीय ऊर्जा विकसित कर रही है. साथ ही पंप्ड स्टोरेज संयंत्रों (पीएसपी) पर भी काम जारी है.''

कंपनी का लक्ष्य इसे वित्त वर्ष 2028-29 तक हासिल करने का है.

एजीईएल ने वित्त वर्ष 2015-16 में परिचालन शुरू किया और 2017-18 की पहली छमाही में 1,000 मेगावाट क्षमता हासिल की.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)

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