भारत की लीडिंग टेक्सटाइल कंपनी आरएसडब्ल्यूएम लिमिटेड ने 5 नवंबर को कहा है कि कंपनी ने अदाणी एनर्जी सॉल्यूशन लिमिटेड (AESL) के साथ 60 मेगावाट रिन्यूएबल एनर्जी सप्लाई के लिए साझेदारी की है. इस पार्टनरशिप का मकसद कंपनी की ग्रीन एनर्जी जरूरतों को पूरा करना है.
AESL संभालेगा ग्रीन पावर वैल्यू चेन
इस समझौते के तहत, एलएनजे भीलवाड़ा ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी आरएसडब्ल्यूएम की एडिशनल पावर जरूरतों के लिए एईएसएल पूरी ग्रीन पावर वैल्यू चेन का प्रबंधन करेगा.
60 करोड़ का निवेश, हर साल 31.53 करोड़ यूनिट ग्रीन पावर
आरएसडब्ल्यूएम ने रिन्यूएबल ग्रीन जनरेशन कंपनी के साथ मिलकर ग्रुप कैप्टिव स्कीम के तहत 60 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इससे राजस्थान में स्थित कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स को हर साल 31.53 करोड़ यूनिट ग्रीन पावर की सप्लाई होगी.
रिन्यूएबल एनर्जी की हिस्सेदारी 70% तक बढ़ेगी
इस समझौते से आरएसडब्ल्यूएम की एनर्जी जरूरतों में रिन्यूएबल एनर्जी का योगदान मौजूदा 33% से बढ़कर 70% तक पहुंच जाएगा. यानी कंपनी का करीब दो-तिहाई एनर्जी मिक्स अब ग्रीन सोर्स से आएगा.
उन्होंने कहा कि इससे कंपनी ने एक बार फिर रिस्पॉन्सिबल एनर्जी ट्रांजिशन में इंडस्ट्री बेंचमार्क सेट किया है.
अदाणी एनर्जी सॉल्यूशन के सीईओ कंदर्प पटेल का बयान
उन्होंने आगे कहा,"हम कमर्शियल और इंडस्ट्रियल सेक्टर को डीकार्बनाइज करने में मदद कर रहे हैं और इस दिशा में एक कैटेलिटिक रोल निभा रहे हैं."
अगले पांच वर्षों में 7000 मेगावाट के पोर्टफोलियो का लक्ष्य
अदाणी एनर्जी सॉल्यूशन लिमिटेड का कमर्शियल और इंडस्ट्रियल वर्टिकल कस्टमाइज्ड एनर्जी सॉल्यूशन के जरिए बल्क बिजली उपभोक्ताओं को सर्विस देता है.कंपनी विश्वसनीय और प्रतिस्पर्धी कीमतों पर अधिक से अधिक ग्रीन पावर मुहैया कराने का लक्ष्य रखती है.
एईएसएल ने अगले पांच वर्षों में 7000 मेगावाट के C&I पोर्टफोलियो का लक्ष्य तय किया है.
उन्होंने कहा कि हाइब्रिड पावर इंटीग्रेशन से कंपनी न सिर्फ कार्बन फुटप्रिंट घटा रही है बल्कि एनर्जी सिक्योरिटी और ऑपरेशनल एफिशिएंसी भी बढ़ा रही है.
अदाणी एनर्जी सॉल्यूशन देश की सबसे बड़ी प्राइवेट ट्रांसमिशन कंपनी है, जिसकी 26,705 सीकेएम नेटवर्क और 97,236 एमवीए ट्रांसफॉर्मेशन कैपेसिटी के साथ देश के 16 राज्यों में मौजूदगी है.














