वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को केंद्रीय बजट पेश किया, जिस दौरान उन्होंने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में सरकार की क्या योजनाएं हैं. उन्होंने बताया कि सरकार कोविड के कारण शिक्षा क्षेत्र और बच्चों को हुए नुकसान को देखते हुए कई कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि महामारी में औपचारिक शिक्षा को जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई के लिए 1-क्लास-1-टीवी चैनल शुरू किया जाएगा जिसके जरिये बच्चों को पूरक शिक्षा दी जाएगी.
इसके अलावा प्रधानमंत्री ई-विद्या प्रोजेक्ट को और विस्तार दिया जाना है. देश में डिजिटल शिक्षा और ई-लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 2020 में यह प्रोजेक्ट शुरू किया था. वित्तमंत्री ने बताया कि पीएम ई-विद्या को 12 से बढ़ाकर 200 चैनल तक बढ़ाया जाएगा. इससे कोरोना काल में स्कूल नहीं जा पा रहे बच्चों को पढ़ाई लिखाई में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों को इससे लाभ मिलेगा.
उन्होंने कहा कि 'पीएम ई विद्या के 'वन क्लास, वन टीवी चैनल' कार्यक्रम को 12 से 200 टीवी चैनलों तक बढ़ाया जाएगा. यह सभी राज्यों को कक्षा 1 से 12 तक क्षेत्रीय भाषाओं में सप्लीमेंट्री शिक्षा प्रदान करने में सक्षम बनाएगा.'
इसके अलावा एक डिजिटल यूनिवर्सिटी के निर्माण की घोषणा भी की गई है. वित्तमंत्री ने बताया कि यह डिजिटल यूनिवर्सिटी विभिन्न भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगी और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी.