
उदयपुर फाइल्स फिल्म को लेकर फिल्ममेकर्स और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अफसरों और सेंसर बोर्ड (CBFC) के साथ एक अहम बैठक हुई. इस मीटिंग में दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी बातें खुलकर रखीं. विरोधी पक्ष ने जो आपत्तियां उठाईं, फिल्म के निर्माता और निर्देशक ने उन आपत्तियों के जवाब भी दिए. उदयपुर फाइल्स के निर्माता ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि यह फिल्म सच्ची घटना से प्रेरित है और उनकी मंशा किसी को ठेस पहुंचाने की नहीं है. आपको बता दें कि सेंसर बोर्ड ने जो बदलाव फिल्मकारों को करने को कहा था, निर्माता और निर्देशक ने उनको मानते हुए फिल्म में बदलाव भी कर दिए थे.
चर्चा के बाद मंत्रालय ने मामले को हल करने के लिए एक कमेटी बनाई है. ये कमेटी अब कल दोपहर 2:30 बजे फिल्म की खास स्क्रीनिंग देखेगी. कमेटी के लोग फिल्म को ध्यान से देखेंगे और तय करेंगे कि उसमें क्या-क्या बदलाव की जरूरत है और उसे पास किया जा सकता है या नहीं. कमेटी जो भी फैसला देगी, वह रिपोर्ट कोर्ट में जमा की जाएगी. इसके बाद कोर्ट उस रिपोर्ट को देखकर आखिरी फैसला सुनाएगा कि फिल्म रिलीज होगी या नहीं, और अगर होगी तो किन शर्तों के साथ.
फिल्म में विवाद इस बात पर है कि यह उदयपुर में कन्हैया लाल हत्याकांड पर आधारित है. आरोप है कि फिल्म में कुछ सीन और बातें ऐसे दिखाए गए हैं जो समाज में तनाव पैदा कर सकते हैं और एक खास समुदाय को गलत रोशनी में पेश करते हैं. इसी को लेकर कुछ संगठनों ने विरोध किया है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं