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वो कल्ट क्लासिक फिल्म जिसके लिए श्रीदेवी और सिल्क स्मिता आई थीं साथ,  फिल्म ने जीते तीन फिल्मफेयर पुरस्कार 

विजयालक्ष्मी वाडलापति, जिन्हें उनके स्टेज नाम सिल्क स्मिता के नाम से जाना जाता है. साउथ फिल्मों से लेकर बॉलीवुड तक उनका खूब नाम था. उन्होंने  1979 में बनी तमिल फिल्म वंदीचक्करम में एक छोटे से रोल से सिनेमा में डेब्यू किया. जिसमें उनके किरदार का नाम "सिल्क" था.

वो कल्ट क्लासिक फिल्म जिसके लिए श्रीदेवी और सिल्क स्मिता आई थीं साथ,  फिल्म ने जीते तीन फिल्मफेयर पुरस्कार 
वो फिल्म जिसके लिए श्रीदेवी और सिल्क स्मिता आई थीं साथ
नई दिल्ली:

विजयालक्ष्मी वाडलापति, जिन्हें उनके स्टेज नाम सिल्क स्मिता के नाम से जाना जाता है. साउथ फिल्मों से लेकर बॉलीवुड तक उनका खूब नाम था. उन्होंने  1979 में बनी तमिल फिल्म वंदीचक्करम में एक छोटे से रोल से सिनेमा में डेब्यू किया. जिसमें उनके किरदार का नाम "सिल्क" था. वह अपने करियर के 17 वर्षों में मलयालम, तेलुगू, तमिल, कन्नड़ और हिन्दी भाषाओं की 450 फिल्मों में नजर आईं. हम आज बात कर रहे हैं उस फिल्म की जिसमें सिल्क बॉलीवुड की सुपरस्टार श्रीदेवी के साथ नजर आई थीं. वह फिल्म बॉलीवुड की कल्ट क्लासिक है. आज भी उस फिल्म की चर्चा होती है. 

वह फिल्म है कमल हासन और श्रीदेवी स्टारर सदमा. फिल्म में कमल हासन और श्रीदेवी लीड रोल में नजर आए थे. वहीं सिल्क छोटे से रोल में बेहद प्रभावशाली लगी थीं. फिल्म में सिल्क और कमल हासन पर एक गाना फिल्माया गया था. यह फिल्म 8 जुलाई 1983 को  रिलीज हुई थी. 

यह फिल्म  तमिल फिल्म मुन्द्रम पिरई का रीमेक थी. उसमें भी ये किरदार कमल हसन और श्रीदेवी ने निभाए थे. फिल्म को बालनाथन बेंजामिन महेंद्र ने डायरेक्ट किया था. तीन फिल्मफेयर जीतने वाली ये फिल्म श्रीदेवी और कमल हासन के करियर में मील का पत्थर कही जाती है. बॉलीवुड में एंट्री करने और सदमा जैसी हिट देने के बाद से श्रीदेवी को लोग पहचानने लगे थे. 1983 में जब ‘सदमा' रिलीज हुई थी तो सिल्क चार साल में 200 फिल्मों के साथ अपने करियर के टॉप पर थीं.

'सदमा' में श्रीदेवी ने एक ऐसी लड़की नेहालता का किरदार निभाया था जो एक एक्सीडेंट में अपनी पुरानी जिंदगी भूल चुकी है.  वह  एक छोटी बच्ची की तरह मासूम है. कमल हसन (फिल्म में सोमू टीचर) के साथ उसके घर पर रहने लगती है. सोमू उससे प्यार करता है उसका इलाज कराता है और जब वो ठीक हो जाती है तो सोमू को भूल जाती है.

याददाश्त वापस आने के बाद ट्रेन में बैठी श्रीदेवी कमल हसन को भिखारी समझ के आगे बढ़ जाती है. ये सीन आज भी लोगों के दिल को छू जाता है.फिल्म ने तीन फिल्मफेयर जीते. 

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