कुंदन शाह के अंतिम संस्कार में पहुंचे बॉलीवुड सेलेब्स.
मुंबई:
'जाने भी दो यारों' जैसी फिल्में बनाने वाले प्रसिद्ध निर्देशक कुंदन शाह का शुक्रवार देर रात निधन हो गया. वह 69 साल के थे. राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कुंदन शाह फिल्मों और टीवी का जाना माना नाम थे. उन्होंने कई हिट फिल्में और लोकप्रिय टीवी सीरियल्स भी बनाये थे. शनिवार को उनका अंतिम संस्कार मुंबई के दादर स्थित शवदाह गृह में किया गया. फ्यूनरल में नसीरुद्दीन शाह पत्नी रत्ना पाठक शाह के साथ पहुंचे. इनके अलावा अनिल कपूर, रवीना टंडन, सतीश शाह, पवन मल्होत्रा और डायरेक्टर सुधीर मिश्रा भी शामिल हुए.
पढ़ें: 'जाने भी दो यारों' के निर्देशक कुंदन शाह का निधन, शोक में बॉलीवुड
कुंदन शाह को हमेशा उनकी फिल्म 'जाने भी दो यारों' के चलते याद किया जाता था. उन्होंने 'कभी हां कभी ना' जैसी फिल्में और 'नुक्कड़' और 'वागले की दुनिया' जैसे प्रसिद्ध टीवी सीरियल भी बनाए थे. कुंदन शाह ऐसे निर्देशक थे, जिन्होंने भारतीय सिनेमा में पहली बार व्यंग्यात्मक कॉमेडी विधा को लोगों के सामने रखा. उनकी फिल्म 'जाने भी दो यारों' को भारतीय सिनेमा की क्लासिक फिल्म माना जाता है. पहले फिल्में और फिर कई टीवी सीरियल बनाने के बाद कुंदन शाह ने सिनेमा से सात साल का ब्रेक लिया.
पढ़ें: असहिष्णुता मामला : कुंदन शाह और सईद मिर्जा सहित 24 फिल्मकारों ने लौटाए राष्ट्रीय पुरस्कार
उनका जन्म 19 अक्टूबर, 1947 में हुआ था. उन्होंने पुणे के फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट से डायरेक्शन की पढ़ाई की और उनकी ज्यादातर फिल्में कॉमेडी जॉनर की रही. उन्होंने 'क्या कहना' और 'दिल है तुम्हारा' जैसी फिल्में भी बनाई. उनकी आखिरी फिल्म 'पी से पीएम तक' साल 2014 में रिलीज हुई थी. बता दें कि कुंदन शाह उस वक्त चर्चा में आए थे, जब नवंबर 2015 में उन्होंने देश में इन्टॉलरेंस के खिलाफ 23 अन्य डायरेक्टर्स के साथ मिलकर नेशनल अवॉर्ड लौटाने की बात कही थी.
...और भी हैं बॉलीवुड से जुड़ी ढेरों ख़बरें...
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कुंदन शाह को हमेशा उनकी फिल्म 'जाने भी दो यारों' के चलते याद किया जाता था. उन्होंने 'कभी हां कभी ना' जैसी फिल्में और 'नुक्कड़' और 'वागले की दुनिया' जैसे प्रसिद्ध टीवी सीरियल भी बनाए थे. कुंदन शाह ऐसे निर्देशक थे, जिन्होंने भारतीय सिनेमा में पहली बार व्यंग्यात्मक कॉमेडी विधा को लोगों के सामने रखा. उनकी फिल्म 'जाने भी दो यारों' को भारतीय सिनेमा की क्लासिक फिल्म माना जाता है. पहले फिल्में और फिर कई टीवी सीरियल बनाने के बाद कुंदन शाह ने सिनेमा से सात साल का ब्रेक लिया.
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उनका जन्म 19 अक्टूबर, 1947 में हुआ था. उन्होंने पुणे के फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट से डायरेक्शन की पढ़ाई की और उनकी ज्यादातर फिल्में कॉमेडी जॉनर की रही. उन्होंने 'क्या कहना' और 'दिल है तुम्हारा' जैसी फिल्में भी बनाई. उनकी आखिरी फिल्म 'पी से पीएम तक' साल 2014 में रिलीज हुई थी. बता दें कि कुंदन शाह उस वक्त चर्चा में आए थे, जब नवंबर 2015 में उन्होंने देश में इन्टॉलरेंस के खिलाफ 23 अन्य डायरेक्टर्स के साथ मिलकर नेशनल अवॉर्ड लौटाने की बात कही थी.
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