
राजेश खन्ना को बॉलीवुड का पहला सुपरस्टार कहा जाता है. ऐसा माना जाता है कि अमिताभ बच्चन के आने से और उनकी सफलता के बाद राजेश खन्ना का स्टारडम फीका पड़ने लगा था. शायद इसी वजह से राजेश खन्ना के मन में अमिताभ को लेकर कटुआ आ गई थी. 1981 में, अमिताभ बच्चन ने एक महिला की पोशाक पहनी और फिल्म लावारिस के गाने, मेरे अंगने में परफॉर्म किया. उनके इस परफॉर्मेंस की सबने तारीफ की लेकिन राजेश खन्ना ने इसे लेकर उन पर ताना माना था.
यासर उस्मान ने राजेश खन्ना की जीवनी द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ़ इंडियाज़ फर्स्ट सुपरस्टार, में लिखा, राजेश खन्ना ने 1982 में एक फ़िल्म पत्रिका को दिए अपने एक साक्षात्कार में अमिताभ को लेकर एक चौंकाने वाला बयान दिया था. उन्होंने कहा था, “मैं अपनी गरिमा से समझौता नहीं करूंगा और दुनिया भर के पैसे और प्रशंसा के लिए साड़ी पहनकर ‘मेरे अंगने में' नहीं करूंगा.”
इस तरह हुआ अपने पतन का एहसास
मूवी पत्रिका के साथ अपने एक पुराने इंटरव्यू में, राजेश खन्ना ने उस पल के बारे में बात की थी जब उन्होंने अमिताभ बच्चन की फिल्म नमक हराम देखने के बाद महसूस किया कि उनका करियर खत्म हो गया है और अमिताभ बच्चन उनकी जगह लेंगे. फिल्म निर्माता ऋषिकेश मुखर्जी के साथ हुई बातचीत को याद करते हुए राजेश खन्ना ने कहा, “जब मैंने लिबर्टी सिनेमा में नमक हराम देखी. मुझे पता था कि मेरा समय खत्म हो गया है. मैंने ऋषि दा से कहा, ‘यह कल का सुपरस्टार है'.
बॉलीवुड प्रेजेंट्स के साथ एक अन्य पुराने साक्षात्कार में, राजेश खन्ना ने खुलासा किया था कि कैसे स्क्रीनप्ले राइटर जोड़ी सलीम-जावेद ने रातों-रात उनकी जगह फिल्म दीवार के लिए अमिताभ बच्चन को ले लिया. वह वो फिल्म थी जो अमिताभ के करियर में एक अहम मोड़ बन गई और उन्हें 70 के दशक के ‘एंग्री यंग मैन' होने का टैग मिला.
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