आप भोजपुरी सिनेमा लवर हैं. तो आपको 22 फरवरी का दिन तो याद ही होगा. जानते हैं न आज के दिन क्या खास हुआ था. अगर नहीं, तो हम बताते हैं. भोजपुरी फिल्म और इन फिल्मों के दीवानों के लिए आज का दिन बेहद खास है. यही वो दिन है जब भोजपुरी फिल्मों में एक नया सिनेमाई इतिहास लिखना शुरू किया था. इस तारीख को अनदेखा कर भोजपुरी फिल्मों का इतिहास रचना भी मुश्किल है. इस फिल्म इंड्स्ट्री के लिए ये दिन क्यों खास है इसका जवाब आज की तारीख में छुपा है. जो भोजपुरी फिल्म इंड्स्ट्री में हमेशा एक सुनहरी तारीख के रूप में याद की जाती रहेगी.
भोजपुरी के पहिला फिल्म आजे रिलीज भइल रहे
— आखर भोजपुरी (@aakharbhojpuri) February 22, 2023
22 फरवरी 1963 के कुमकुम, असीम कुमार, नजीर हुसैन के अभिनय से सजल ‘गंगा मैया तोहे पियरी चढैबो' पटना के वीणा सिनेमा में रिलीज भइल रहे।
गायक / गायिका - लता मंगेश्कर , मो. रफी, सुमन कल्यानपुर, उषा मंगेश्कर
संगीत - चित्रगुप्त
गीत - शैलेंद्र pic.twitter.com/Fgby5keAGZ
आज की तारीख यानी कि 22 फरवरी. यही वो तारीख है जब पहली बार बड़े पर्दे पर कोई भोजपुरी फिल्म रिलीज हुई. ये साल था 1963. जिससे भोजपुरी सितारों समेत भारतीय सिनेमा के कई दिग्गजों ने भी अपना योगदान दिया था. फिल्म के बकायदा पोस्टर छपे थे. गंगा मैया को नमन कर भोजपुरी सिनेमा के ऐतिहासिक सफर की पुरोधा बनी इस फिल्म का नाम है गंगा मैया तोहे पियरी चढ़ैबो. आखर भोजपुरी नाम के ट्विटर हैंडल ने ट्वीट कर ये जानकारी शेयर की है.
'गंगा मैया तोहे पियरी चढ़ैबो' नाम की इस फिल्म में कुछ भोजपुरी कलाकार थे तो कुछ भारतीय सिनेमा से जुड़े उम्दा कलाकार भी थे. गीत संगीत देने में भी हिंदी सिनेमा के नामी राइटर का नाम शामिल था और गीतों को आवाज देने में बड़े बड़े गायक पीछे नहीं रह थे. हिंदी फिल्म जगत की बड़ी कलाकार कुमकुम सहित फिल्म में असीम कुमार, नजीर हुसैन फिल्म में नजर आए थे. लता मंगेश्कर, मो. रफी, सुमन कल्याणपुरी और उषा मंगेश्कर जैसे उम्दा गायकों ने फिल्म को अपने सुरों से सजाया था. ये फिल्म उस दौर में पटना के वीणा सिनेमा हॉल में रिलीज की गई थी. फिल्म में गाना था सैंया से कर दे मिलवा हाय राम. उस दौर का ये सुपर डुपर हिट भोजपुरी गाना माना जाता है.
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