पालघर (Palghar) में चोरी के शक में तीन लोगों की पीट-पीटकर हुई हत्या महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा कि मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. उनके इस ट्वीट को लेकर हाल ही में बॉलीवुड के मशहूर फिल्म निर्माता विवेक रंजन अग्निहोत्री (Vivek Ranjan Agnihotri) ने ट्वीट किया है, जो खूब वायरल हो रहा है. अपने ट्वीट में विवेक रंजन अग्निहोत्री ने कहा कि भारत की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि हम केवल गिरफ्तारी से ही संतुष्ट हो जाते हैं. जब कि सवाल यह होना चाहिए कि पुलिस की मौजूदगी में यह सब हुआ कैसे? विवेक रंजन अग्निहोत्री का यह ट्वीट खूब सुर्खियां बटोर रहा है.
India's biggest problem is that we are easily satisfied with arrests. Whereas, the question should be how was it possible in police presence?
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) April 20, 2020
I wonder what Balasaheb would have said? Well, first of all he wouldn't have allowed his son to go astray. https://t.co/C5DWTfRqGB
विवेक रंजन अग्निहोत्री (Vivek Ranjan Agnihotri) ने अपने ट्वीट में सीएमओ महाराष्ट्र के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, "भारत की सबसे बड़ी परेशानी है कि हम गिरफ्तारी से ही आसानी से संतुष्ट हो जाते हैं. जबकि सवाल यह है कि पुलिस की मौजूदगी में यह सब हुआ कैसे? मैं हैरान हूं कि बाला साहेब क्या कहते? खैर, सबसे पहले वह अपने बेटे को भटकने की इजाजत नहीं देंते." बता दें कि पालघर में चोरी के शक में ग्रामीणों ने तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी. इस मामले में पुलिस ने अब तक 110 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि पालघर मामले को लेकर विवेक रंजन अग्निहोत्री (Vivek Ranjan Agnihotri) के अलावा फरहान अख्तर और जीशान अय्यूब ने भी ट्वीट किया है. वहीं, पालघर की घटना की बात करें तो वारदात गुरुवार रात जिले के कासा पुलिस थाना इलाके में हुई. मिली जानकारी के मुताबिक इलाके में चोरों के घूमने की अफवाह थी. रात 10 बजे के करीब खानवेल मार्ग पर नासिक की तरफ से आ रही गाड़ी में 3 लोग थे. गांव वालों ने रोका और फिर चोर होने की शक में पत्थरों से हमला कर दिया. तीनों की मौके पर ही मौत हो गई. मरनेवालों में से दो की पहचान साधुओं के रूप में हुई जबकि तीसरा उनका ड्राइवर था. तीनों मृतक मुंबई के कांदिवली से सूरत अपने एक मित्र के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने जा रहे थे. इसमें 35 साल के सुशीलगिरी महाराज और 70 साल के चिकणे महाराज कल्पवृक्षगिरी थे. जबकि 30 साल का निलेश तेलगड़े ड्राइवर था. कासा पुलिस थाने के गडचिंचले के ग्रामीणों ने गुरुवार की रात पहले इनकी कार रोकी, फिर पत्थरों और कोयते से निर्मम हत्या कर दी.
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