महाराष्ट्र की राजनीति (Maharashtra Politics) में बीते शनिवार को बड़ा उलटफेर देखने को मिला. जहां एक तरफ सबकी नजरें उद्धव ठाकरे और शरद पवार द्वारा सरकार बनाने पर थी तो वहीं, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार (Ajit Pawar) ने सुबह 8 बजे सीएम और डिप्टी सीएम पद की शपथ लेकर पूरी बाजी ही उलट दी. इसके बाद से ही महाराष्ट्र में सियासी घमासान जारी है. हाल ही में महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति पर निशाना साधते हुए बॉलीवुड एक्टर कमाल आर खान (Kamaal R Khan) ने ट्वीट किया है, जो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है. अपने ट्वीट में कमाल आर खान ने बताया कि राजनीति में भाई-बहन, चाचा भतीजा और मां-बेटा जैसे किसी भी रिश्ते का कोई महत्व नहीं होता है.
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Chacha-Bhatije Ki Ladai in Maharashtra is proof Ki Rajneeti main Bhai-Bahan Maa-Beta, Chacha-Bahtija Kisi Bhi relation Ki, Koi Value Nahi Hai.
— KRK (@kamaalrkhan) November 24, 2019
कमाल आर खान (Kamaal R Khan) ने अपने ट्वीट में महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच चाचा-भतीजे की लड़ाई को भी संबोधित किया है. अपने ट्वीट में उन्होंने चाचा-भतीजे के जरिए शरद पवार (Sharad Pawar) और अजित पवार (Ajit Pawar) पर निशाना साधा है. कमाल आर खान ने महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति पर लिखा, "महाराष्ट्र में चाचा-भतीजे की लड़ाई यह साबित करती है कि राजनीति में भाई-बहन, मां-बेटे, चाचा-भतीजे जैसे किसी भी रिश्ते का कोई महत्व नहीं होता है." कमाल आर खान के इस ट्वीट पर लोग अपना खूब रिएक्शन दे रहे हैं. बता दें कि इसके अलावा कमाल आर खान ने एक और ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि यदि राजनैतिक दल निर्वाचित विधायक को खरीद और बेच रहे हैं तो मैं अपने पूरे जीवन में कभी वोट नहीं दूगा.
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We all the people of Maharashtra should be ashamed, if all the political parties are selling and buying elected MLA's by us. I will never ever vote again in my entire life.
— KRK (@kamaalrkhan) November 23, 2019
बता दें कि देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavees) के मुख्यमंत्री और एनसीपी (NCP) के अजित पवार के डिप्टी सीएम पद की शपथ लिए जाने के कुछ घंटों बाद ही शरद पवार ने शनिवार को अपने विधायकों की बैठक बुलाई. बैठक इसलिए बुलाई गई, ताकि यह पता लग सके कि कितने विधायक उनके साथ हैं और कितने अजित पवार के साथ चले गए. एनसीपी के वरिष्ठ नेता धनंजय मुंडे को अजीत पवार के पाले में माना जा रहा था, लेकिन एनसीपी के हेडक्वार्टर वाईबी भवन में हो रही बैठक में अचानक पहुंचकर सबको चौंका दिया. 54 में से 50 विधायकों ने एनसीपी की बैठक में हिस्सा लिया.
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