- तेज प्रताप यादव इन दिनों बिल्कुल अलग ही अंदाज में नजर आ रहे हैं
- तेज प्रताप यादव अपने भाई तेजस्वी की विधानसभा में लोगों की मदद करते दिखे
- तेज प्रताप ने कहा कि विधायक फेल हैं और राहत कार्यों के बजाय नाच-गा रहे हैं.
बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद ने जब से बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी से निकाला है तब से उनका मिजाज अलग ही नजर आ रहा है. आए दिन किसी न किसी मुद्दे पर परिवार को ही घेरते रहते हैं. पार्टी से निकाले जाने के बाद से वे लगातार अपने छोटे भाई और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर बिना नाम लिए निशाना साध रहे हैं. हाल ही में ऐसा ही तब देखने को मिला, जब वो तेजस्वी की विधानसभा में बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करने पहुंचे. तेजस्वी के राघोपुर विधानसभा क्षेत्र के बिदुपुर ब्लॉक में उन्होंने इशारों ही इशारों में बहुत कुछ कह दिया, हालांकि उन्होंने तेजस्वी का सीधे तौर पर नाम नहीं लिया.
आपका विधायक फेल है, नाच रहा है...
तेजस्वी की विधानसभा में बाढ़ प्रभावितों की मदद करते हुए तेज प्रताप ने कहा, “आपका विधायक फेल है, नाच रहा है, गा रहा है.” उनका यह बयान उस वक्त आया जब वे बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री बांट रहे थे. इस दौरान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. हालांकि यह पहला मौका है जब तेज प्रताप ने तेजस्वी पर इस लहजे में छोटे भाई पर हमला किया है, क्योंकि इससे पहले वे तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने की बात करते रहे हैं. तेज प्रताप ने एक्स पर भी एक पोस्ट के जरिए तेजस्वी पर निशाना साधा.
जब तेजस्वी के नारे पर टोका...
उन्होंने लिखा, “आज वैशाली जिले के राघोपुर विधानसभा अंतर्गत विदुपुर ब्लॉक के विभिन्न पंचायत पूरे तरीके से बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं... लेकिन भाजपा-नीतीश सरकार और यहां के सांसद व विधायक द्वारा किसी प्रकार की कोई सहायता नहीं पहुंचाई जा रही है.” तेज प्रताप का यह बदला हुआ रुख केवल राघोपुर तक सीमित नहीं रहा. जहानाबाद में एक सभा के दौरान जब किसी ने “अबकी बार तेजस्वी सरकार” का नारा लगाया, तो वे भड़क गए. उन्होंने कहा, “फालतू काम मत करो, जनता का सरकार आता है, किसी व्यक्ति विशेष का नहीं, जो घमंड करेगा, वो जल्दी गिरेगा.”
परिवार से अलग राह पर तेज प्रताप
इन घटनाओं को देखे तो इससे परिवार की अंदरूनी कलह अब सार्वजनिक होती दिख रही है. तेज प्रताप के तेवर यह संकेत दे रहे हैं कि आने वाले दिनों में वे तेजस्वी यादव पर और ज्यादा हमलावर हो सकते हैं. पार्टी से बाहर किए जाने के बाद उनका राजनीतिक रुख और बयानबाज़ी लगातार तीखी होती जा रही है. इस बीच कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेज प्रताप यादव अब अपनी स्वतंत्र राजनीतिक जमीन तैयार करने की कोशिश में लगे हैं, और इसके लिए वे तेजस्वी को निशाना बना रहे हैं. बाढ़ राहत के बहाने जनता के बीच जाकर उन्होंने यह संदेश देने की कोशिश की है कि वे अब भी जनसेवा के लिए सक्रिय हैं.